Gujarat Assembly Election 2022: त्रिकोणीय मुकाबले में BJP 'बाहुबली'...Congress 'ढली'...AAP बन रही 'खली'

गुजरात में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए इस बार मुख्य रूप से तीन दल भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने ताल ठोक रखी है। मुख्य मुकाबला भाजपा-कांग्रेस के बीच है। हालांकि 'आप' की एंट्री से मुकाबला रोचक अवश्य हो गया है। आप पार्टी एक तरह से खलनायक (खली) का काम करेगी।
Gujarat Assembly Election 2022: त्रिकोणीय मुकाबले में BJP 'बाहुबली'...Congress 'ढली'...AAP बन रही 'खली'

गुजरात में इस साल के अंत में विधानसभा का चुनाव होना है। इसको लेकर तमाम पार्टियों के बड़े नेता लगातार गुजरात का दौरा कर रहे हैं। चुनाव की तिथि की घोषणा होना अभी बाकी है, लेकिन प्रचार अभी से तेज हो गया है। इस बार मुकाबले में आम आदमी पार्टी के उतरने से गुजरात में मुकाबला इस बार त्रिकोणीय होगा। इससे पहले के चुनावों में दो प्रमुख दल भाजपा और कांग्रेस के बीच ही टक्कर होती रही है। अब 'आप' की रणभेरी से मुकाबला रोचक होने वाला है।

हालांकि गुजरात भाजपा का गढ़ है और हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के दौरों से भाजपा की जीत इस बार भी पक्की मानी जा रही है। कांग्रेस यूं भी धीरे-धीरे अपनी पहचान खोती जा रही है। कांग्रेस का कोई भी बड़ा नेता अभी तक पीएम मोदी या अमित शाह की तरह जिताऊ चेहरा नहीं बन पाया है। गांधी परिवार सोनिया, प्रियंका वाडरा या राहुल का भी वोटरों को कोई खास प्रभाव नहीं पड़ने वाला। पिछले कई चुनाव इस बात का सबूत हैं। उधर, आप पार्टी भाजपा, कांग्रेस दोनों की दलों के लिए खलनायक साबित होगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी जैसे प्रमुख नेता राज्य का दौरा कर रहे हैं। गुजरात में बीजेपी के लिए चुनाव महत्वपूर्ण हैं, जिसका उद्देश्य मोदी के गृह राज्य में सत्ता बरकरार रखना है, जबकि कांग्रेस 27 साल तक सत्ता से बाहर रहने के बाद महत्वपूर्ण राज्य में जीत की उम्मीद कर रही है।

बीजेपी गुजरात में 1995 से सत्ता में है। बीते सालों में हुए चुनावों में कांग्रेस उसे शिकस्त नहीं दे पाई है। इस बार भी मुकाबला कड़ा माना जा रहा है। आम आदमी पार्टी की गुजरात में एंट्री से इस बार वहां का मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है। आप पार्टी कुछ खास तो नहीं कर पाएगी, लेकिन यह तो यह है कि वह भाजपा, कांग्रेस दोनों की दलों को नुकसान अवश्य पहुंचाएगी।

इस बार त्रिकोणीय मुकाबला

आम आदमी पार्टी (आप) के लिए दो महीने में होने वाले चुनाव एक अखिल भारतीय पार्टी के रूप में उभरने का एक अवसर होगा। राज्य में बीजेपी, कांग्रेस और आप के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिलेगा। विधानसभा चुनाव से पहले गुजरात में शीर्ष राष्ट्रीय नेताओं के लगातार दौरे हो रहे हैं और राजनीतिक अपनी रणनीतियां मजबूत कर रही हैं। गुजरात के शहरों और गांवों की सड़कें राजनीतिक दलों के विज्ञापन बैनर से अटी पड़ी हैं।

मोदी इस साल 9 बार कर चुके गुजरात यात्रा

पीएम नरेंद्र मोदी इस सप्ताह दो दिनों के लिए गुजरात के दौरे पर थे और उन्होंने राज्य के विभिन्न हिस्सों जैसे सूरत, भावनगर, अहमदाबाद और अंबाजी में 27,000 करोड़ रुपये से अधिक की परियोजनाओं का उद्घाटन या शिलान्यास किया। उन्होंने अहमदाबाद के लिए मेट्रो ट्रेन सेवाओं का भी उद्घाटन किया और गांधीनगर से मुंबई के लिए भारत की तीसरी वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी भी दिखाई।

इस साल उनकी यह 9वीं गुजरात यात्रा है। इससे पहले उन्होंने 27-28 अगस्त को गुजरात का दौरा किया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 बार विडियो कांफ्रेसिंग के जरिए गुजरात के कई कार्यक्रमों में शामिल हुए हैं। इसके अलावा उन्होंने दिल्ली में दो बार गुजरात के पंचायत सदस्यों से मुलाकात की है।

अमित शाह भी बना चुके रणनीति

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पिछले सप्ताह दो दिनों के लिए गुजरात में थे और उन्होंने स्थानीय बीजेपी पदाधिकारियों के साथ चुनावी रणनीति पर चर्चा की। शाह पार्टी की रणनीति को दुरुस्त करने के लिए उनके साथ अभी और बैठकें करेंगे। भाजपा चुनाव जीतने के लिए पूरा दम लगाने को तैयार है। चुनाव की घोषणा होते ही धुआंधार प्रचार शुरू होने वाला है।

आप और कांग्रेस भी रण में उतरे

आप नेता अरविंद केजरीवाल और पार्टी के नेता और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान गुजरात में हैं। वे राज्य के विभिन्न हिस्सों में चुनावी रैली को संबोधित कर रहे हैं। आप के नेता मनीष सिसोदिया और राघव चड्ढा भी गुजरात में हैं।

कांग्रेस के गुजरात प्रभारी रघु शर्मा राज्य में प्रचार कर रहे हैं, जबकि पार्टी के राष्ट्रीय नेता ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में शामिल हो रहे हैं। चुनावी रणनीति पर चर्चा करने के अलावा, पार्टियां चुनाव की तारीख की घोषणा से पहले उम्मीदवारों के चयन पर भी ध्यान केंद्रित कर रही हैं। कांग्रेस प्रवक्ता मनीष दोशी ने कहा कि पार्टी का प्रचार जोरों पर है और उम्मीदवारों की घोषणा जल्द की जाएगी।

आप ने जहां राज्य की 182 विधानसभा सीट में से 20 पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है, वहीं कांग्रेस ने राज्य में उम्मीदवारों के चयन के लिए समितियां बनायी हैं।

'आप' कर चुकी लोक लुभावन घोषणाएं

आप राज्य में बीजेपी का मुकाबला करने के लिए अपने जमीनी संगठन को मजबूत करने में जुटी है। केजरीवाल ने अपनी पार्टी के प्रचार अभियान को प्रति माह 300 यूनिट मुफ्त बिजली, सरकारी स्कूलों में मुफ्त शिक्षा, बेरोजगारी भत्ता, महिलाओं को 1,000 रुपये भत्ता और नये वकीलों को मासिक मानदेय जैसी कई रियायतों पर केंद्रित किया है।

कांग्रेस में नेताओं के बगावती तेवर

गुजरात विधानसभा चुनाव के बीच कांग्रेस पार्टी में नेताओं के बगावती तेवर देखने को मिल रहे हैं। कई नेता पार्टी छोड़ने का मूड बना चुके हैं। इसी बीच कांग्रेस के दो आदिवासी नेताओं ने अपने बेटों के लिए विधानसभा चुनाव में टिकट के लिए बिगुल फूंक दिया है। गुजरात से राज्यसभा सांसद और पूर्व केंद्रीय रेल राज्य मंत्री नारायण राठवाने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कह चुके हैं कि उनके बेटे को टिकट मिलनी चाहिए।

कांग्रेस के छोटा उदयपुर के विधायक और पूर्व मंत्री मोहन सिंह राठवा ने भी कह दिया है कि अब वह चुनाव नहीं लड़ेंगे। राठवा 11 बार विधायक रहे हैं। लेकिन कहा है कि उनके बेटे को टिकिट दिया जाए। उधर, गुजरात विधानसभा के विपक्ष के नेता सुखराम राठवा ने कहा है कि गुजरात के सभी 64 के 64 विधायक हैं। उन सभी को टिकट मिलनी चाहिए।

इसके उलट सांसद नारण राठवा ने कहा है कि विपक्ष नेता सुखराम राठवा की उम्र हो चुकी है। उनको अब लोकसभा चुनाव लड़ना चाहिए। गौरतलब है कि छोटा उदयपुर जिले के ये तीन राठवा आदिवासी नेता हैं। गुजरात की राजनीति में कांग्रेस के बड़े आदिवासी नेता के चेहरे के रूप में जाने जाते हैं।

राहुल की भारत जोड़ो यात्रा में गुजरात शामिल नहीं

अचरज की बात यह है कि गुजरात में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, फिर भी गुजरात राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल नहीं है। 150 दिनों तक चलने वाली ये यात्रा गुजरात से क्यों नहीं गुजरने वाली है, इसको लेकर आम लोगों के मन में कई सवाल तैर रहे हैं। दिलचस्प यह है भी कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा, गुजरात चुनाव के ख़त्म होने के एक महीने बाद तक चलती रहेगी।

सी-वोटर सर्वे में भी BJP की वापसी के संकेत

गुजरात में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर सी वोटर और एबीपी न्यूज ने एक सर्वे किया है। ओपिनियन पोल में बीजेपी की जोरदार वापसी होती हुई दिख रही है। गुजरात विधानसभा में 182 सीटें हैं। सर्वे में सीटों से जुड़े सवाल पर लोगों ने कहा कि बीजेपी के खाते में 135 से 143 सीटें तक आ सकती हैं। कांग्रेस 36 से 44 सीटें तक जीत सकती है। आम आदमी पार्टी के हिस्से में शून्य से 2 सीटें तक आ सकती हैं। वहीं, निर्दलीय उम्मीदवारों को शून्य से लेकर 3 सीटें तक मिल सकती हैं।

मुख्य निर्वाचन आयुक्त भी कर चुके राज्य का दौरा

मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने पिछले सप्ताह राज्य का दौरा किया था और राज्य के अधिकारियों और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की थी। उन्होंने चुनाव कराने के लिए राज्य प्रशासन की तैयारियों की समीक्षा की। राजनीतिक दल भी मुख्यधारा और सोशल मीडिया में व्यापक विज्ञापन अभियान चला रहे हैं।

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