गुजरात विधानसभा चुनाव में मतदान की तारीखें ज्यों ज्यों नजदीक आ रही हैं त्यों त्यों आरोप-प्रत्यारोप और दोषारोपण की राजनीति तेज हो गई है। यूं तो भाजपा, कांग्रेस समेत सभी राजनीतिक दल कमोबेश आरोप जड़कर एक दूसरे पर घेराने की कौशीश में लगे हैं, लेकिन आम आदमी पार्टी इस मामले में सबसे आगे दिख रही है। चुनाव के दौरान आप पार्टी के नेता की 'ड्रामेबाजी' भी नजर आ रही है।
AAP ने भाजपा पर अपने एक उम्मीदवार के किडनैप का आरोप जड़ दिया, जबकि वह उम्मीदवार अपना नामांकन वापस लेने पहुंच गया। इस पर भी आप के मनीष सिसोदिया ने आरोप जड़ दिया कि उनके सूरत के उम्मीदवार कंचन जरीवाला को डरा धमाकर नामांकन वापस लेने को मजबूर किया गया, जबकि खुद कंचन जरीवाला ने ये आरोप झुठलाते हुए उल्टे आम आदमी पार्टी को राष्ट्र विरोधी बता दिया।
गुजरात में आप के सीएम पद के उम्मीदवार इसुदान गढ़वी ने एक न्यूज चैनल से बातचीत की और पार्टी की जीत का दावा किया। गढ़वी ने कहा कि भाजपा के बड़े नेता एक मजबूत कांग्रेस देखना चाहते हैं। क्या आपने बीजेपी के किसी बड़े नेता को कांग्रेस पर निशाना साधते देखा है? वे हिमाचल में ऐसा कर रहे हैं। यहां वे कांग्रेस को मजबूत कर रहे हैं। क्यों? ताकि अगर पूर्ण बहुमत के लिए उनके पास कुछ विधायक कम पड़ें तो वे कांग्रेस के विधायकों को साथ लेकर सरकार बना लें। मैं गुजरात के लोगों से अपील करता हूं कि कांग्रेस पर एक भी वोट बर्बाद न करें, क्योंकि ये अंततः बीजेपी को जाएंगे। इसुदान ने 14 नवंबर को द्वारका जिले के खंबालिया निर्वाचन क्षेत्र से अपना नामांकन दाखिल किया है।
आम आदमी पार्टी ने भाजपा पर उनके प्रत्याशी कंचन जरीवाला को किडनैप करने का आरोप लगाया, जबकि जरीवाला अपना नामांकन वापस लेने के लिए पुलिस सुरक्षा के बीच चुनाव अधिकारी की ऑफिस पहुंचे गए। बुधवार को राघव चड्ढा ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि सूरत ईस्ट के AAP उम्मीदवार कंचन जरीवाला को बीजेपी के गुंडों ने किडनैप कर लिया है। कल सुबह से AAP उम्मीदवार भाजपा की कस्टडी में है। ऐसे में अब जरीवाला के नॉमिनेशन वापस लेने की बात ने चुनाव से पहले राज्य की सियासत में हलचल मचा दी है। इसके बाद आप ने भाजपा पर डराने-धमकाने का आरोप जड़ दिया।
सूरत पूर्व से आप उम्मीदवार कंचन जरीवाला ने यह कहते हुए अपना नाम वापस ले लिया था कि जब वे नामांकन के बाद प्रचार के लिए निकले तो गुजरात विरोधी व राष्ट्र विरोधी पार्टी के बैनर पर चुनाव लड़ने के कारण लोगों ने समर्थन से इनकार कर दिया। आप उम्मीदवार कंचन जरीवाला ने एक वीडियो बयान जारी कर साफ किया जिसमें उन्होंने कहा कि उन्होंने बिना किसी दबाव के अपना नामांकन वापस ले लिया और अपने निर्वाचन क्षेत्र के लोगों द्वारा उन्हें 'राष्ट्र विरोधी' और 'गुजरात विरोधी' कहे जाने के बाद अपनी अंतरात्मा की आवाज सुनी। जरीवाला ने कहा कि वे कुछ घंटों के लिए भूमिगत हो गये थे।
मतदान अधिकारी ने जब आप उम्मीदवार स्वजल व्यास से नामांकन फीस के 10,000 रुपये जमा करने के लिए कहा, तो स्वजल व्यास ने अपने बैग से 10,000 रुपये के सिक्के निकाले। व्यास ने कहा कि उन्होंने ये पैसे जमा करने के लिए लोगों से सिक्के इकट्ठे किए थे। सयाजीगंज विधानसभा सीट पर इस बार कड़ा मुकाबला देखने को मिल सकता है। क्योंकि कांग्रेस ने अमी रावत को मैदान में उतारा है, जबकि बीजेपी ने यहां के युवा नेता केयूर रोकाडिया को उम्मीदवार बनाया है।
गुजरात में हाल ही में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और धोराजी से MLA ललित वसोसा एक जनसभा में मंच से कांग्रेस के लिए वोट मांगते समय पार्टी की किरकिरी करा बैठे। उन्होंने भाजपा को वोट देने की अपील कर डाली। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी कांग्रेस का वोट बांटने आई है। मैं आपको मंच से कहता हूं कि भाजपा को वोट दे देना, पर आम आदमी पार्टी को नहीं। आप संयोजक और दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल ने यह वीडियो ट्वीट कर भाजपा-कांग्र्रेस में मिलीभगत के अपने पुराने आरोप को दोहराया। केजरीवाल ने लिखा कि ये देखा, कांग्रेस का सीनियर नेता खुलकर स्टेज से बीजेपी को वोट देने और आप पार्टी को वोट नहीं देने को कह रहा है। क्या अब भी कोई शंका रह गई कि दोनों मिलकर चुनाव लड़ रहे हैं? दोनों केवल 'आप' के खिलाफ हैं।