Shankersinh Vaghela Controvesial Statement: गुजरात चुनाव में दूसरे और अंतिम चरण के लिए आज (5 दिसंबर को) मतदान हो रहा है। प्रदेश के 14 जिलों की कुल 93 सीटों पर वोटिंग की जा रही है। प्रदेश में एक तरफ वोट डाले जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर विवादित बयानबाजी अभी भी जारी है। गुजरात चुनाव में रावण, सद्दाम और औकात के बाद अब एक बार फिर से 'मौत का सौदागर' की एंट्री हो गई है।
गुजरात में वोटिंग के बीच कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शंकर सिंह वाघेला ने 'मौत का सौदागर' शब्द का इस्तेमाल करके सियासी पारा बढ़ा दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री वाघेला ने प्रधानमंत्री मोदी के लिए 'मौत का सौदागर' शब्द का इस्तेमाल किया है। पीएम मोदी पर हमला करते हुए वाघेला ने उन्हें मौत का सौदागर कहा। वाघेला ने कहा है कि सोनिया गांधी ही नहीं मैं भी कहता हूं, मोदी मौत का सौदागर हैं।
बीजेपी और पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए वाघेला ने कहा कि बीजेपी के एजेंडे में केवल नफरत और जालसाजी की बात है। उन्होंने कहा कि विकास, रोजगार और महंगाई के मुद्दे पर ये लोग सिर्फ जनता को गुमराह करते हैं। कांग्रेस नेता ने कहा कि लोग बीजेपी की ओर देखना नहीं चाहते हैं। अब लोग परिवर्तन चाहते हैं, इस बार बीजेपी की हार तय है। उन्होंने कहा कि गुजरात की सत्ता में अब कांग्रेस की वापसी बिल्कुल तय है।
शंकर सिंह वाघेला ने आगे कहा कि एक दिसंबर को गुजरात की जनता का आधा भविष्य ईवीएम में कैद हो गया था और 5 दिसंबर को शाम 5 बजे पूरा भविष्य EVM में कैद हो जाएगा। गुजरात की जनता व्यापार को समझने वाली जनता है। अपना भविष्य क्या होना चाहिए वो इनको पता है और बीजेपी ने 27 सालों से सिर्फ हिंदू-मुस्लिम की राजनीति की है। पीएम के आरोपों पर वाघेला ने कहा कि बात का बतंगड़ बनाना बीजेपी का धंधा है।
गुजरात के लिए 'मौत का सौदागर' शब्द काफी पुराना है। मोदी के लिए 'मौत का सौदागर' शब्द का पहली बार इस्तेमाल कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने साल 2012 में किया था। उस वक्त सोनिया कांग्रेस अध्यक्ष थीं और मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री। उस चुनाव में सोनिया के इसी बयान को मोदी ने अपना हथियार बना लिया था।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था, ''बीजेपी नगर पालिका तक के चुनाव में कहती है कि मोदी को वोट दो…क्या मोदी यहां काम करने आएंगे। पीएम हर वक्त अपनी ही बात करते हैं.. आप किसी को मत देखो मोदी को देख कर वोट दो। तुम्हारी सूरत कितनी बार देखना। कॉरपोरेशन में भी तुम्हारी सूरत देखना, एमएलए के इलेक्शन में भी तुम्हारी सूरत देखना, एमपी इलेक्शन में भी तुम्हारी सूरत देखना...हर जगह...आपके रावण के जैसे 100 मुख हैं क्या?''
गुजरात चुनाव के लिए अपना मेनिफेस्टो जारी करने के मौके पर मीडिया से बातचीत के दौरान कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता मधुसूदन मिस्त्री ने नरेंद्र मोदी स्टेडियम का नाम बदलने की घोषणा करते हुए कहा था कि वो गुजरात चुनाव में पीएम को उनकी 'औकात' दिखाएंगे। पीएम मोदी कितनी कोशिश कर लें, वे सरदार पटेल नहीं बन सकते। मिस्त्री के बयान पर भाजपा ने पलटवार किया है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने कहा कि यह कांग्रेस पार्टी के नेताओं का चरित्र दिखाता है। वे देश के प्रधानमंत्री मोदी के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं। गुजरात की जनता उन्हें जरूर सबक सिखाएगी।
साल 2017 में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर ने पीएम नरेंद्र मोदी के लिए 'नीच' शब्द का इस्तेमाल किया था। अय्यर का यह बयान गुजरात विधानसभा चुनाव के दौरान का था। फलस्वरूप भाजपा ने इसे चुनावी मुद्दा बनाया था और चुनाव में कांग्रेस पार्टी को करारी हार झेलनी पड़ी थी। हालांकि उस वक्त डैमेज कंट्रोल के रूप में कांग्रेस आलाकमान ने अय्यर पर अनुशासनहीनता का ऐक्शन लिया था।
कुछ दिनों पूर्व तेलंगाना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन पर निजी हमला करने वालों पर निशाना साधा था। पीएम मोदी ने कहा था कि कई लोग उनसे पूछते हैं कि वह इतनी मेहनत करने के बावजूद थकते क्यों नहीं। मैं जवाब देता हूं, "क्योंकि मैं हर दिन 2-3 किलो गालियां खाता हूं... भगवान ने मुझे ऐसा आशीर्वाद दिया है कि यह (गालियां) मेरे अंदर पोषण में बदल जाती हैं।"