UP Election 2022: AIMIM ने क्यों जताया हिन्दू नेताओं पर विश्वास? जानिए असदुद्दीन ओवैसी की क्या है यूपी में चुनावी रणनीति

ओवैसी पिछले कई महीनों से उत्तर प्रदेश में कई जनसभा कर चुके है और खासकर ये है कि ओवैसी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कई जनसभाओं को संबोधित कर चुके है ओवैसी उत्तर प्रदेश में मुस्लिम वोटरों से अपील कर रहे हैं कि वे सपा बसपा को वोट न दें बल्कि उन्हें वोट दें।
असदुद्दीन ओवैसी

असदुद्दीन ओवैसी

डेस्क न्यूज. उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की घोषणा के साथ ही अब पार्टीयों के द्वारा सीटों पर समीकरण के आधार पर टिकटों को वितरण किया जा रहा है और इसी के साथ सभी राजनीतिक पार्टीयों ने करीब आधी सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। खास बात है कि बिहार में अच्छी पकड़ क बाद उत्तर प्रदेश में इस बार असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी AIMIM भी चुनावी मैदान की तरफ बढ़ रही है। ओवैसी पिछले कई महीनों से उत्तर प्रदेश में कई जनसभा कर चुके है और खासकर ये है कि ओवैसी पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कई जनसभाओं को संबोधित कर चुके है ओवैसी उत्तर प्रदेश में मुस्लिम वोटरों से अपील कर रहे हैं कि वे सपा बसपा को वोट न दें बल्कि उन्हें वोट दें।

AIMIM करीब 80 सीटों पर दे सकती हैं टक्कर

ओवैसी की पार्टी AIMIM ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में अभी तक अपने 27 उम्मीदवारों टीकट देकर मैदान में उतारा हैं। AIMIM करीब 80 सीटों पर अपने उम्मीदवारों का ऐलान कर सकती हैं जानाकारों को मानना हैं कि ये सीटें मुस्लिम और दलित बहुल्य होगी। बता दें कि असदुद्दीन ओवैसी की छवि एक कट्टर मुस्लिम नेता के रुप में है, लेकिन इन सभी बातों के बाद भी उत्तर प्रदेश चुनाव में अब तक ओवैसी की पार्टी के द्वारा जारी सूची में 4 हिंदू उम्मीदवारों को टिकट दिया गया है।

मेरठ की हस्तिनापुर सीट

मेरठ की हस्तिनापुर सीट एससी सीट है और यहां से एआईएमआईएम ने विनोद जाटव को टिकट दिया है। विनोद जाटव जाटव दलित समाज से आते हैं। वहीं हस्तिनापुर सीट से समाजवादी पार्टी ने योगेश वर्मा पर भरोसा जताया है, जबकि बीजेपी ने मौजूदा विधायक दिनेश खटीक पर भरोसे को कायमा रखा है। वहीं हस्तिनापुर सीट से बसपा ने संजीव जाटव को टिकट दिया है।

गाजियाबाद की साहिबाबाद सीट

पंडित मदन मोहन झा गाजियाबाद जिले की साहिबाबाद सीट से एआईएमआईएम के उम्मीदवार हैं। बता दें कि मदन मोहन झा ब्राह्मण समाज से आते हैं। बीजेपी ने साहिबाबाद सीट से अपने विधायक सुनील कुमार शर्मा पर भरोसा जताया है और उन्हें फिर से टिकट दिया है। सुनील कुमार शर्मा ने 2017 का विधानसभा चुनाव जीता और पूरे राज्य में सबसे बड़े अंतर से जीत का रिकॉर्ड भी बनाया। वहीं बसपा ने अजीत कुमार पाल को टिकट दिया है जबकि समाजवादी पार्टी ने अमरपाल शर्मा को टिकट दिया है। अमरपाल शर्मा ने पिछली बार कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा था और रिकॉर्ड अंतर से चुनाव हार गए थे।

बुढाना सीट से भीम सिंह बाल्यान

मुजफ्फरनगर जिले की बुढाना विधानसभा सीट से एआईएमआईएम ने भीम सिंह बाल्यान को मैदान में उतारा है। भीम सिंह बाल्यान जाट समुदाय से आते हैं। आपको बता दें कि बुढाना विधानसभा सीट पर भी टिकैत परिवार का दबदबा है। बुढाना विधानसभा क्षेत्र जाट बहुल इलाका है और यहां जाटों की संख्या काफी ज्यादा है। इस सीट से सपा-रालोद गठबंधन ने रालोद उम्मीदवार राजपाल बाल्यान को उतारा है, जबकि भाजपा ने अपने विधायक उमेश मलिक पर भरोसा जताया है। बसपा ने अनीस अल्वी को, कांग्रेस ने देवेंद्र कश्यप को मैदान में उतारा है।

रामनगर सीट से विकास श्रीवास्तव

एआईएमआईएम ने बाराबंकी जिले की रामनगर सीट से विकास श्रीवास्तव को मैदान में उतारा है। विकास श्रीवास्तव कायस्थ समुदाय से आते हैं और इस चुनाव में एआईएमआईएम के उम्मीदवार होंगे। अभी तक समाजवादी पार्टी और भाजपा ने इस सीट से उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। वहीं कांग्रेस ने यहां से ज्ञानेंद्र शुक्ला को अपना उम्मीदवार बनाया है।

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