पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हुए राजीव बनर्जी एक बार फिर तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) में शामिल हो गए हैं। राजीव बनर्जी रविवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली पार्टी में फिर से शामिल हो गए। दरअसल, टीएमसी के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने रविवार को त्रिपुरा की राजधानी अगरतला में एक जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान राजीव बनर्जी और भाजपा के पूर्व नेता आशीष दास टीएमसी में शामिल हो गए।
राजीव बनर्जी ने दावा किया कि उन्होंने बीजेपी में शामिल होकर बहुत बड़ी गलती की है। उन्होंने कहा, "मुझे फिर से पार्टी में शामिल होने की अनुमति देने के लिए मैं अभिषेक बनर्जी और ममता बनर्जी का शुक्रगुजार हूं।" बीजेपी पर हमला बोलते हुए राजीव बनर्जी ने दावा किया कि पार्टी ने आकर्षक छवि बनाई है। बनर्जी ने आरोप लगाया, "भाजपा में शामिल होने से पहले रोजगार और कृषि पर कई वादे किए थे, जिन्हें पूरा किया जाना बाकी है।"
उन्होंने आगे दावा किया कि बीजेपी का एजेंडा वोट हासिल करना और धार्मिक राजनीति करना है। उन्होंने कहा, 'मैं भी कृषि क्षेत्र को बढ़ते हुए देखना चाहता हूं और युवाओं के लिए रोजगार चाहता हूं। मैंने केंद्रीय नेतृत्व से कहा, अगर वे उद्योग विकसित करना चाहते हैं, तो उन्हें डनलप कारखाने को फिर से खोलना चाहिए। लेकिन उनका एकमात्र एजेंडा वोट हासिल करना था।' राजीव बनर्जी ने कहा, 'उनका मुख्य एजेंडा धार्मिक राजनीति था। बहुत देर हो चुकी थी, जब मैंने जाने का फैसला किया।
टीएमसी में दोबारा शामिल होने के बाद राजीव बनर्जी ने कहा, 'मैंने एक फैसला लिया था जिसे ममता ने मुझे लेने से रोका था और अभिषेक बनर्जी ने मुझे समझाया भी था। लेकिन आज मुझे शर्म आ रही है। अगर मैं रुक जाता तो आगे एक बेहतर राह दिखाता।' राजीव बनर्जी ने कहा, 'बदलाव आ रहा है। मैं फिर से लोगों के लिए काम करना चाहता हूं। दरअसल, जैसे ही बंगाल विधानसभा चुनाव में टीएमसी की जीत हुई, राजीव बनर्जी के शब्द बदलने लगे। उन्होंने खुले तौर पर भाजपा की नीतियों की आलोचना की