ICC Test Championship Final : किसी भी खेल में रिकॉर्ड बहुत मायने रखते हैं।
खास तौर पर रिकॉर्ड के जरिए ही टीम अपनी ताकत और कमजोरी का आंकलन करती हैं।
कोरोना काल में टेस्ट क्रिकेट की वर्ल्ड चैंपियनशिप का समय है।
मुकाबला भारत और न्यूज़ीलैंड के बीच है।
अभी मैच में एक महीने से ज्यादा का वक्त है।
18 जून से ये मुकाबला इंग्लैंड के साउथैंप्टन में खेला जाना है।
लेकिन टीमों की रणनीतियां बननी शुरू हो चुकी हैं। दोनों टीमों का एलान हो चुका है।
ICC Test Championship Final : परेशानी ये है कि न्यूज़ीलैंड की टीम जब करीब पांच साल पहले के भारत दौरे के आंकड़े देखेगी तो उसके होश उड़ जाएंगे। तीन टेस्ट मैच की सीरीज में न्यूज़ीलैंड को 3-0 से हार का सामना करना पड़ा था। पूरी सीरीज में न्यूज़ीलैंड के बल्लेबाज रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा की काट नहीं खोज पाए थे।
पांच साल पुरानी इस सीरीज का जिक्र आज इसलिए प्रासंगिक हो गया है कि इस बात की उम्मीद काफी ज्यादा है साउथैंप्टन में ये दोनों गेंदबाज एक बार फिर प्लेइंग 11 का हिस्सा होंगे। यही सोच-सोचकर न्यूज़ीलैंड की चिंता बढ़ी हुई है।
2016 में न्यूज़ीलैंड की टीम भारत के दौरे पर थी। विराट कोहली को कप्तानी संभाले थोड़ा वक्त बीत चुका था। कानपुर, कोलकाता और इंदौर में मैच खेले जाने थे। पहले मैच में भारत ने न्यूज़ीलैंड को 197 रन से हराया था। इस मैच में आर अश्विन ने 10 विकेट लिए थे। जबकि जडेजा के खाते में 6 विकेट थे। जडेजा ने इस मैच में बल्ले से भी योगदान दिया था। लिहाजा वो मैन ऑफ द मैच थे।
दूसरे मैच में भारत ने कोलकाता में कीवियों को 178 रन से हराया। इस बार अश्विन और जडेजा ने मिलकर 8 विकेट लिए थे। दोनों के खाते में 4-4 विकेट आए थे। इंदौर में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में इस जोड़ी ने कीवियों पर कहर ढा दिया था। आर अश्विन ने 13 विकेट लिए थे और रवींद्र जडेजा ने 4 आर अश्विन को उस मैच में मैन ऑफ द मैच चुना गया था।
सीरीज में आर अश्विन के खाते में कुल 27 विकेट थे और रवींद्र जडेजा के खाते में 14। कुल मिलाकर दोनों स्पिनर्स ने 41 विकेट साझा किए थे। आर अश्विन को तो प्लेयर ऑफ द सीरीज भी चुना गया था।
रवींद्र जडेजा और आर अश्विन दोनों शानदार बल्लेबाजी करते हैं। दोनों के नाम टेस्ट क्रिकेट में शतक दर्ज हैं। ऐसे में ये दोनों भारतीय बल्लेबाजी को भी मजबूत करेंगे। जिन 39 मैचों में ये दोनों स्पिनर्स एक साथ मैदान में उतरे हैं उसमें 30 में भारत को जीत मिली है। इसमें आर अश्विन के खाते में 212 विकेट हैं। जबकि रवींद्र जडेजा ने 181 विकेट लिए हैं। यानी 39 टेस्ट मैच में इन दोनों गेंदबाजों के खाते में कुल 393 विकेट हैं। कीवियों को कुछ और समझाने की जरूरत है क्या?