घाटी में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़, दो जवान शहीद, 4 दिन में 7 जवान शहीद

दस दिनों में दस जवान शहीद हुए हैं। पुंछ में सोमवार को एक जेसीओ समेत पांच जवानों ने अपनी जान कुर्बान कर दी। गुरुवार शाम हुए आतंकी हमले में दो और जवान शहीद हो गए। इस साल अब तक आतंकियों ने 103 हमले किए हैं। इन हमलों में 26 नागरिक और 32 सैनिक शहीद हुए थे।
घाटी में सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच मुठभेड़, दो जवान शहीद, 4 दिन में 7 जवान शहीद
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डेस्क न्यूज़- आतंकियों ने जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में गुरुवार को 60 घंटे के अंदर सुरक्षा बलों पर दूसरा हमला कर दिया। जिसमें दो जवान शहीद हो गए। इस इलाके में पिछले 10 दिनों से आतंकी छिपे हुए हैं। ये आतंकवादी एलओसी (नियंत्रण रेखा) से घुसपैठ कर चुके थे और मुगल रोड के रास्ते कश्मीर जाने की कोशिश कर रहे थे। जिस जगह पर आतंकियों को घेरा गया है वह बेहद घना जंगल है। यह इलाका मुगल रोड पर डेरा की गली से बफलियाज के बीच है।

दस दिनों में दस जवान शहीद

आपको बता दें कि पिछले दस दिनों में दस जवान शहीद हुए हैं। पुंछ में सोमवार को एक जेसीओ समेत पांच जवानों ने अपनी जान कुर्बान कर दी। गुरुवार शाम हुए आतंकी हमले में दो और जवान शहीद हो गए। इस साल अब तक आतंकियों ने 103 हमले किए हैं। इन हमलों में 26 नागरिक और 32 सैनिक शहीद हुए थे। सुरक्षाबलों को 137 आतंकियों को ढेर करने में भी सफलता मिली है।

उत्तराखंड के दो जवान शहीद

जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में उत्तराखंड के दो जवान शहीद हो गए। सोमवार को आतंकियों से लोहा लेते हुए एक जेसीओ समेत पांच जवान शहीद हो गए थे। पिछले चार दिनों में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में सात जवान शहीद हो गए हैं। रक्षा प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल देवेंद्र आनंद ने कहा, "देश के लिए उनके सर्वोच्च बलिदान के लिए राष्ट्र हमेशा उनका ऋणी रहेगा।" रक्षा प्रवक्ता देवेंद्र आनंद ने बताया कि गुरुवार शाम को पुंछ जिले के मेंढर के वन क्षेत्र में आतंकियों के साथ मुठभेड़ चल रही थी. इस दौरान सेना की ओर से राइफलमैन विक्रम सिंह नेगी और योगम्बर सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई।

आतंकियों की तलाश जारी

कर्नल आनंद ने कहा, "राइफलमैन विक्रम सिंह नेगी और राइफलमैन योगम्बर सिंह ने अनुकरणीय साहस का परिचय दिया और कर्तव्य की पंक्ति में सर्वोच्च बलिदान दिया।" उन्होंने कहा, "देश के लिए उनके सर्वोच्च बलिदान के लिए देश हमेशा उनका ऋणी रहेगा।" उन्होंने बताया कि रायफलमैन विक्रम सिंह नेगी (26 वर्ष) उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल जिले के विमान गांव के रहने वाले थे। वहीं राइफलमैन योगम्बर सिंह (27 वर्ष) उत्तराखंड के चमोली जिले के सांकरी गांव के रहने वाले थे। उन्होंने कहा कि ऑपरेशन अभी जारी है। प्रवक्ता ने बताया कि मुठभेड़ के दौरान कुछ आतंकवादी भाग गए थे, जिनकी तलाश की जा रही है।

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