पाकिस्तान के लिए पंजशीर में तालिबान की मदद करना मुश्किल हो गया है। नॉदर्न अलायंस के लड़ाकों के खिलाफ पाकिस्तानी वायु सेना द्वारा बीते दिनों किए गए हमलों के बाद अफगानिस्तान में उसका खुलकर विरोध होने लगा है। इसकी बानगी सोमवार रात काबुल में भी देखने को मिली. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आईएसआई प्रमुख और पाकिस्तान के खिलाफ अफगान महिलाएं सड़क पर उतर आईं. प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए और आईएसआई प्रमुख फैज हमीद के वापस जाने की मांग की।
अफगानिस्तान के कई हिस्सों में पाकिस्तान के खिलाफ पहले से ही विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं, लेकिन यह पहली बार है जब काबुल में ऐसा प्रदर्शन देखा गया है। यहां महिलाओं ने रात में सड़क पर उतरकर पाकिस्तान पर प्रतिबंध लगाने की मांग की। ईरान ने भी पाकिस्तानी वायु सेना के हमलों का विरोध किया था और अफगानिस्तान में बाहरी देश के हस्तक्षेप पर आपत्ति जताई थी।
तालिबान के सत्ता में आते ही पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी चीफ फैज हमीद अचानक अफगानिस्तान के अघोषित दौरे पर पहुंच गए। बताया जा रहा है कि सरकार गठन को लेकर वह हक्कानी नेटवर्क और तालिबान नेताओं के साथ बैठक करने जा रहे हैं। इससे अफगान नागरिक नाराज हैं और पाकिस्तान के हस्तक्षेप का विरोध कर रहे हैं।
पाकिस्तान पर पहले से ही तालिबान का समर्थन करने का आरोप लगाया जा रहा है। कई मीडिया रिपोर्ट्स, यहां तक कि कई अमेरिकी सैन्य अधिकारियों ने भी तालिबान के पीछे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई का हाथ होने का दावा किया है। हालांकि पाकिस्तान इस आरोप से इनकार करता रहा है.