अमेरिका ने अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में ड्रोन हमले में अलकायदा सरगना अल जवाहिरी को मार गिराया है। खुफिया जानकारी मिलने के बाद रविवार दोपहर जवाहिरी पर ड्रोन से हमला किया गया, जिसमें उसकी मौत हो गई। अलकायदा के संस्थापक ओसामा बिन लादेन के मारे जाने के बाद 2011 में जवाहिरी ने आतंकी संगठन की कमान संभाली थी।
अल-जवाहिरी की हत्या के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने राष्ट्र को संबोधित किया। उन्होंने कहा- 'हमने जवाहिरी को ढूंढ कर मार गिराया है। हम अमेरिका और उसके लोगों के लिए पैदा हुए किसी भी खतरे को जाने नहीं देंगे। हम अफगानिस्तान में आतंकवाद पर हमले जारी रखेंगे।
11 सितंबर 2001 को 19 आतंकियों ने 4 कमर्शियल प्लेन को हाईजैक कर अमेरिका के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हमला कर दिया। अमेरिका में इसे 9/11 हमले के नाम से जाना जाता है। इस हमले में 93 देशों के 2 हजार 977 लोग मारे गए थे। इस हमले में अमेरिकी जांच एजेंसी ने ओसामा बिन लादेन, अल जवाहिरी समेत अलकायदा के तमाम आतंकियों को आरोपी बनाया था ।
अमेरिका पहले भी कई बार जवाहिरी को मारने की कोशिश कर चुका था। 2001 में, जवाहिरी के अफगानिस्तान के तोरा बोरा में छिपे होने की सूचना मिली थी। हालांकि, हमला होने से पहले ही जवाहिरी भाग गया। हालांकि इस हमले में उनकी पत्नी और बच्चों की मौत हो गई थी।
वहीं 2006 में अमेरिकी खुफिया एजेंसी ने जवाहिरी को मारने के लिए फिर से जाल बिछाया । उस वक्त खबर आई थी कि वह पाकिस्तान के दामडोला में छिपा हुआ है। हालांकि मिसाइल हमला होने से पहले ही जवाहिरी वहां से फरार हो गया था।