पोलैंड में रूसी मिसाइल गिरने से 2 लोगों की मौत के दावे के बाद से नाटो और रूस के बीच युद्ध की आशंका आसमान बढ गई है। यह मिसाइल यूक्रेन की सीमा से करीब 6.4 किलोमीटर पश्चिम में स्थित प्रेज़वोडो गांव में गिरी थी। मिसाइल गिरने के कारण दो लोगों की मौत हो गई।
पोलैंड पर हुए इस मिसाइल हमले के बाद जहां नाटो के सदस्य देश आर्टिकल 4 और आर्टिकल 5 की संभावना पर चर्चा कर रहे हैं, वहीं शुरुआती जांच में मिसाइल गिरने के पीछे यूक्रेन का हाथ सामने आ रहा है। समाचार एजेंसी एपी की एक रिपोर्ट के मुताबिक, प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि पोलैंड पर हमला करने वाली मिसाइल को यूक्रेन की सेना ने दागा था।
एसोसिएटेड प्रेस ने बुधवार को अमेरिकी अधिकारियों का हवाला देते हुए बताया कि प्रारंभिक निष्कर्षों से पता चलता है कि पोलैंड पर गिरने वाली मिसाइल को यूक्रेनी सेना द्वारा एक आने वाली रूसी मिसाइल पर दागा गया था।
इससे पहले भी बाइडेन ने कहा था कि हो सकता है कि यह मिसाइल रूस ने नहीं दागी हो। यूक्रेन के द्वारा रूसी मिसाइल को रोकने के लिए दागी गई मिसाइल मिसफायर हो गई और पोलैंड में गिर गई। चूंकि यूक्रेन के पास मिसाइल का एक बड़ा हिस्सा भी रूस में बना है, इसलिए संभावना थी कि पोलैंड में मिले रूसी मिसाइल का मलबा भी इसी वजह से हो।
पोलैंड में यूक्रेन की एंट्री के बाद कहा जा रहा है कि नाटो को युद्ध में झोंकने के लिए ऐसा किया गया है। पोलैंड पर मिसाइल गिरने के बाद भी यूक्रेन ने मिस फायर की कोई जिम्मेदारी नहीं ली। वहीं, दावों के साथ पोलैंड का रूस पर बार-बार आरोप लगाना भी इस आशंका को मजबूत कर रहा है। हालांकि, अमेरिकी राष्ट्रपति के इनकार के बाद रूस के साथ नाटो के युद्ध की संभावना पर ब्रेक लग गया है।