Muqtedar Khan on Pakistan: अमेरिका के डेलावेयर यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर मुक्तेदर खान (Muqtedar Khan) ने कहा है कि पाकिस्तान के लिए वर्ष 2023 बेहद नाजुक रहने वाला है। पाकिस्तान के लिए अब भारत से पंगा लेना काफी मुश्किल है। पाकिस्तान की लीडरशिप और वहां की आम जनता भी ये मानती है कि उनका देश अब इंडिया से लड़ने से पहले कई बार सोचेगा।
प्रोफेसर मुक्तेदर खान ने कहा कि पहले जब कभी भी पाकिस्तान (Pakistan) ने भारत से पंगा लिया तो अमेरिका का उसे साथ मिला था। चाहे वो 1971 की बात हो या फिर 1965 की बात हो। अब अमेरिका (US) पाकिस्तान का समर्थन करने नहीं पहुंचेगा क्योंकि उसे अब भारत की ज्यादा जरूरत है।
गौरतलब है कि भारत-पाकिस्तान के बीच लंबे वक्त से सीमा को लेकर मतभेद बने हुए हैं। पाकिस्तान अक्सर उकसावे की कार्रवाई करता रहा है और हर बार उसे मुंह की खानी पड़ी है। चाहे युद्ध का मामला हो या फिर सीज फायर का उल्लंघन कर सीमा पार से आतंकी घुसपैठ कराने का। वैश्विक मामलों में भी पाकिस्तान को हमेशा ही मुंह की खानी पड़ती है।
Since Independence की इस खबर में जानें अमेरिकी प्रोफेसर मुक्तेदर खान ने भारत पाकिस्तान मसले पर क्या कुछ कहा। इससे पहले भी प्रोफेसर मुक्तेदर खान पाकिस्तान के हालातों पर टिप्पणी कर ऐसा दावा कर चुके जो भारत पाकिस्तान ही नहीं अपितु पूरे विश्व के मीडिया की सुर्खियां बना।
प्रोफेसर मुक्तेदर खान ने आगे कहा कि पाकिस्तान अगर भारत (India) पर किसी तरह की हमले की वेबकूफी करता है तो उसे पछताना पड़ेगा। उन्होंने एक बार फिर दोहराया कि इंडिया में आजकल पीओके को लेकर नैरेटिव बन रहा है। उन्होंने एक बार फिर साफ किया कि भारत चाहे तो जंग का ऐलान कर पीओके (PoK) और बाकी इलाकों को अपने में मिला सकता है।
मुक्तेदर खान ने कहा कि पाकिस्तान अगर उकसाता है तो भारत उसे संभलने का मौका नहीं देगा। पाकिस्तान को चाहिए कि वो अब भारत को न उकसाए क्योंकि इंडिया काफी ताकतवर हो चुका है। इस वक्त अगर छेड़छाड़ की गई तो पीओके इंडिया में आ सकता है। उन्होंने ये भी कहा कि पाकिस्तान की आर्मी (Pakistan Army) में इमरान खान की वजह से दरार आ गई हैं। सेना में आतंरिक कलह बहुत अधिक है।
इन दिनों आर्थिक रूप से पाकिस्तान की कमर पूरी तरह टूटी हुई है।
चीन, अरब देशों समेत पाकिस्तान हर जगह मदद की गुहार लगा चुका पर कोई मदद को तैयार नहीं।
बेतहाशा महंगाई से वहां की आवाम में सरकार के प्रति भारी गुस्सा है, ऐसे में कभी भी गृहयुद्ध जैसी स्थित बन सकती है।
पाकिस्तान अगर भारत को उकसाता है तो भारत उसे संभलने का मौका नहीं देगा।
यदि युद्ध छिड़ा तो पाकिस्तान को अमेरिकी मदद नहीं मिलने वाली।
पड़ोसी अफगानिस्तान के लड़ाके भी ऐसे मौके पर पाकिस्तान पर हमला कर सकते हैं।
इमरान खान की वजह से पाकिस्तान की सेना में भी आतंरिक कलह है।
डेलावेयर यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर मुक्तेदर खान ने ये भी कहा कि पाकिस्तान आर्मी चीफ जनरल असीम मुनीर (General Asim Munir) के सामने कई चुनौतियों से निपटने की जरूरत है। उन्हें इमरान खान के समर्थकों से डील करना होगा। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की आर्मी को अपने विभाग के अलावा सरकार से भी डील करना पड़ता है। इसके अलावा टीटीपी (TTP) से भी पाकिस्तान को कड़ी चुनौती मिल रही है।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान (Pakistan) में कोई विजनरी लीडर नजर नहीं आ रहा है। इमरान भी मानते हैं कि उनकी पॉपुलैरिटी क्षणिक है, इसलिए वो तुरंत चुनाव चाहते हैं ताकि वो इसे भुना सकें।