हाल ही में एक बार फिर से लोग ने BBC HINDI को इसकी खबरों के लिए टारगेट किया है। देश में PFI पर की गई कार्रवाई को लेकर BBC HINDI की सोशल मीडिया किरकिरी हो रही है। ब्रिटिश ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन हिंदी ने एक खबर में लिखा- केंद्र सरकार ने अपने आदेश में पीएफ़आई पर 'गुप्त एजेंडा चलाकर एक वर्ग विशेष को कट्टर बनाने' और 'आतंकी संगठनों से जुड़े होने' की बात कही है। इसपर आपकी राय क्या है?
सरकार के द्वारा PFI पर लिए एक्शन पर BBC HINDI को राय मांगने वाले भारी पड़ गया। उसके बाद सोशल मीडिया पर लोगो ने बीबीसी हिंदी को खुब खरी-खरी सुनाई।
ट्वीटर यूजर @mahabirsharma11ये बीबीसी वाले पहले अपना घर देखें भारत के लोग अपने हितों से भलीभांति परिचित हैं उनको बीबीसी जैसे दोगले चैनलों से राय सुमारी की कोई जरूरत नही है भारत में जो गलत सन्देश देने की कोशिश करेगा उसे जवाब दिया जायेगा और भारत के लोगों ने इसे पहले भी अंग्रेजो को 1947 से पहले करके दिखाया है।
ट्वीटर पर एक यूजर ने लिखा- अटल बिहारी वाजपेयी ने कहा था, भारत कोई भूमि का टुकड़ा नहीं बल्कि यह जीता-जागता राष्ट्रपुरुष हैँ, यहाँ सदा ही अधर्म की हार हुई हैँ, हर वर्ष विजयदशमी का त्यौहार मनाया जाता हैँ। इस बार कुछ दिन पहले PFI को बैन करके पुनः अधर्म को पराजित किया गया हैँ।