Russia-Ukraine War : रूस और यूक्रेन के बीच पिछले 17 दिनों से युद्ध चल रहा है। लेकिन अभी तक किसी तरह की शांति वार्ता होती दिखाई नहीं दे रही है। ऐसे में अब अमेरिका सहित पश्चिमी देश भी इस युद्ध में शामिल हो गए हैं। रूस को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि हम किसी भी कीमत पर पुतिन को नहीं जीतने देंगे। इसके साथ ही अमेरिका ने रूस की घेराबंदी और उस पर नकेल कसने के लिए 12,000 सैनिकों को भेजा दिया है। ऐसे में अब ये ज अब ये जंग बेहद खतरनाक मोड़ पर आ गई है।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा कि हम नाटो के हर क्षेत्र के एक-एक इंच की रक्षा करेंगे। साथ ही उन्होंने यूक्रेन में तीसरा विश्व युद्ध न लड़ने पर भी जोर दिया। आपको बता दें कि बाइडेन ने रूसी सीमा से सटे लातविया, एस्टोनिया, लिथुआनिया और रोमानिया में सेना भेजी है। बाइडेन ने कहा कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन उस युद्ध को नहीं जीत पाएंगे जो उन्होंने यूक्रेन के खिलाफ छेड़ा है।
वहीं रूस के साथ अमेरिका की बिजनेस सिचुएशन को अब तक परमानेंट मना जाता था, लेकिन इस युद्ध के बाद इस व्यापारिक संबंध को खत्म करने के लिए वाशिंगटन में डुअल ग्रुप का प्रेशर बन रहा है। यूक्रेन के राष्ट्रपति वालोडिमिर जेलेंस्की ने सप्ताहांत में रूस के विुरद्ध कार्रवाई के लिए यूएस और उसके सहयोगी देशों पर प्रेशर डाला था। जिसके बाद बाइडेन ने रूसी तेल और गैस उत्पादों के इंपोर्ट पर बैन लगाने का फैसला लिया था। अब बाइडेन ने रूस के खिलाफ व्यपार को लेकर नए प्रतिबंधों का ऐलान किया है, इससे रूसी अर्थव्यवस्था लचर हो सकती है।
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन रूस से तेल, गैस और कोयले के आयात पर रोक लगा चुके हैं। इस बैन में यूरेनियम शामिल नहीं है यानी न्यूक्लियर पावर प्लांट के लिए अमेरिका, रूस से यूरेनियम का आयात जारी रखेगा