बहुसंख्यक समुदाय को आतंकित करना मकसद, तभी ISIS स्टाइल में की गई उमेश कोल्हे की हत्या

NIA का चौकाने वाला खुलासा, दर्ज की गई एफआईआर में दावा किया गया है कि अमरावती में उमेश कोल्हा की हत्या करने का मकसद देश के एक वर्ग को आतंकित करने के साथ-साथ देश में धर्म के नाम पर दुश्मनी बढ़ाना था।
प्रतिकात्मक फोटो
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महाराष्ट्र के अमरावती में केमिस्ट उमेश कोल्हे हत्याकांड की जांच में अब एनआईए की ओर से बड़ा खुलासा किया गया है । एजेंसी के द्वारा इस हत्याकांड को एक आतंकी घटना की तरह डील किया जा रहा है। इस बात का खुलासा NIA के द्वारा दर्ज की गई FIR हुआ है आंशका जताई जा रही है कि यह घटना को ISIS आंतकी संगठन के स्टाइल में अंजाम दिया गया है. जिसके पीछे देश के एक वर्ग' को आतंकित करने का उद्देश्य हो सकता है। इसी के साथ देश में धर्म के नाम पर दुश्मनी को बढ़ावा देने के मकसद के साथ ही इस घटना को अंजाम दिया गया है. यही कारण है कि NIA की एंट्री इस मामले में हुई है, जैसे-जैसे इस मामलें की जांच आगे बढेगी वैसे-वैसे और भी चौकाने वाले खुलासे हो सकते हैं।

इरफान खान ने रची उमेश हत्याकांड़ की पूरी साजिश

केंद्रीय गृह मंत्रालय के द्वारा NIA को उमेश कोल्हे हत्याकांड की जांच सौंपी गई है. बता दें कि 21 जून को उमेश कोल्हे की गर्दन काट कर हत्या कर दी गई थी, इस घटना को उस समय अंजाम दिया गया, जब उमेश कोल्हे अपने मेडिकल स्टोर से वापस घर की तरफ लौट रहे थे. मीडिया रिपोर्ट की मानें तो इस मामले में अब तक 7 आरोपियों की गिरफ्तारी कर ली गई है. स्थानीय पुलिस के अनुसार घटना के मुख्य आरोपी इरफान खान ने उमेश की हत्या करने की पूरी साजिश बनाई थी।

नुपुर शर्मा का समर्थन करना बना कोल्हे की हत्या का कारण
विभिन्न मीडिया रिपोर्ट की माने तो उमेश कोल्हे की हत्या का कारण नुपुर शर्मा को समर्थन करना था। अब NIA उदयपुर और अमरावती हत्याकांड़ का इंटरनेशनल कनेक्शन खंगालने की कोशिश की जा रही है, क्योंकि उदयपुर हत्याकांड़ के आरोपीयों से मिली जानकारी में अभी और बहुत कुछ राज खुलना अभी सामने आना है...

उदयपुर हत्याकांड के बाद अमरावती का मामला आया था सामने

28 जून को राजस्थान में रियाज और गौस के द्वारा एक टेलर का काम करने वाले कन्हैया लाल नाम के व्यक्ति को महज इस लिए मौत के घाट उतार दिया गया, क्योंकि कन्हैया ने नुपुर शर्मा का समर्थन किया था। लेकिन बात यहीं पर खत्म नहीं हुई। यह एक लंबा षडयंत्र था जिसकी प्लानिंग बहुत पहले से की गई थी। हत्यारों द्वारा घटना से पहले भी एक वीडियो बनाया गया, जिसको हत्या के दिन रिलीज करने की बात साफ तौर पर विडियो में की गई, काम भी इसी प्लानिग के तहत किया गया। पाकिस्तान इन लोगों का आना-जाना और अपनी बाइक का नंबर 26/11 खरीदना इनकी मानसिका को इंगित करता है।

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