खाने और सेहत को ध्यान में रख कर करें इन मसालों का सेवन, जानें फायदे

भारत में मसालों का प्रयोग केवल खाने में ही नहीं, बीमारियों को दूर करने के लिए भी किया जाता है। आइएं जानते है भारतीय मसालों के औषधीय गुण…
खाने और सेहत को ध्यान में रख कर करें इन मसालों का सेवन, जानें फायदे

यशस्वनी शर्मा-

भारतीय खाना और उसका स्वाद पूरी दुनिया में फेमस है। स्वादिष्ट सुगंध, बढ़िया स्वाद, अनोखा रंग और मिलकर एक बढिया मिश्रण बनाते हैं और यह मसालें केवल भारतीय खाने में पाए जाते हैं। भारतीय खाने के स्वादिष्ट स्वाद का रहस्य इसके समृद्ध मसाले हैं जो हजारों वर्षों से उपयोग किए जाते हैं और यह मसालें पूरी दुनिया में फेमस हैं।

भारतीय और मिस्र के मसाले स्वाद में दुनिया के सबसे अच्छे मसालों मानें जाने जाते हैं, उनकी मन मोह लेने वाली खुशबू खाने में स्वाद जोड़ती है। मसालों का वास्तविक समामेलन 14वीं शताब्दी की शुरुआत में मुगलों द्वारा किया गया था। वे अलग अलग मसालों के सही मिश्रण के साथ स्वादिष्ट भोजन बनाते थे। भारत में मसालों का प्रयोग केवल खाने में ही नहीं, बीमारियों को दूर करने के लिए भी किया जाता है। आइएं जानते है भारतीय मसालों के औषधीय गुण…

भारतीय मसाले और उनके औषधीय फायदे

जीरा

जीरा एक पारंपरिक औषधी के रूप में प्रयोग किया जाता है और यह आयरन का एक समृद्ध स्रोत है। जीरा एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, और इसमें एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं।

स्टडी से पता चला है कि जीरा पाचन में सहायता कर सकता है और खाद्य जनित संक्रमणों को कम करने में मदद कर सकता है। कुछ शोधों ने सुझाव दिया है कि जीरा पाउडर को कम कैलोरी वाला आहार भी माना जा सकता है और वजन कम करने में मदद भी कर सकता है। जीरा का उपयोग लोकप्रिय दक्षिण-भारतीय स्नैक "मुरुक्कू" में किया जाता है। यह फैट में उच्च है और इससे वजन बढ़ सकते है।

इलाइची

पिसी हुई इलायची का उपयोग चाय, करी और चावल में स्वाद बढ़ाने वाले के लिए किया जाता है। इलायची की थोड़ी सी मात्रा पकवान के स्वाद को बढ़ा देती है। यह स्वादिष्ट मसाला पूरी तरह से स्वास्थ्य लाभ से भरा हुआ है और सदियों से पारंपरिक चिकित्सा में इसका यूज़ किया जाता रहा है।

कुछ स्टडीज से पता चला है कि इलायची में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं, इसमें ऐसे यौगिक बनाने की क्षमता होती है जो कैंसर सेल्स से लड़ने में मदद कर सकते हैं।

खाने और सेहत को ध्यान में रख कर करें इन मसालों का सेवन, जानें फायदे
World Blood Donor Day: 'बॉम्बे ब्लड ग्रुप' है सबसे रेयर ब्लड, जानें क्या है खासियत

धनिया

धनिया एक पौधे का बीज है। धनिया के बीज मसाले के रूप में उपयोग किए जाते हैं और इसकी पत्तियों को अक्सर भारतीय खाना पकाने में सजाने और स्वाद बढ़ाने के लिए चित्रित किया जाता है। इसमें एंटी-माइक्रोबियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं, यह ब्लड सुगर के लेवल , BP और कोलेस्ट्रॉल के लेवल को भी कम करने में भी मदद करता है।

हल्दी

यह चमकीला पीला मसाला भारतीय व्यंजनों को एक अलग रंग देता है। यह अदरक की जड़ का एक रिश्तेदार है। हल्दी अपने कई गुणों के लिए जानी जाती है। भारतीय व्यंजनों में स्वाद और रंग की लत होने के कारण।

हल्दी का उपयोग भारत में कई वर्षों से एक मसाले के रूप में और एक औषधीय जड़ी बूटी के रूप में किया जाता रहा है। स्टडी से पता चला है कि हल्दी से करक्यूमिनोइड्स बाईपास सर्जरी के बाद दिल के दौरे के रोगियों की संख्या को कम करने में भी मदद करता है।

हल्दी का उपयोग सूजन संबंधी गठिया, साथ ही त्वचा, पेट के इलाज के लिए dietary supplement के रूप में भी किया जाता है। लीवर और गॉल ब्लैडर की समस्या में भी मददगार है।

दालचीनी

दालचीनी में एक तैलीय घटक होता है, जिसमें सिनामाल्डिहाइड की मात्रा अधिक होती है। कई वैज्ञानिकों का मानना ​​है कि यह यौगिक (compound) है, जो स्वास्थ्य और मेटाबोलिज्म पर दालचीनी के शक्तिशाली प्रभाव के लिए जिम्मेदार है। स्टडी ने अन्य मसालों के साथ दालचीनी की तुलना की है और इसमें एंटीऑक्सिडेंट की उच्च मात्रा के कारण दालचीनी को सबसे ऊपर रखा है। यह कोलेस्ट्रॉल में भी मदद करता है।

अदरक

कई शोधों से पता चला है कि अदरक में सैकड़ों यौगिक और मेटाबोलाइट्स होते हैं, उनमें से कुछ स्वास्थ्य और उपचार में योगदान कर सकते हैं।

यह दर्द, जी मिचलाना और सूजन को कम करने के साथ जुड़ा हुआ है। यह भोजन के पाचन को बढ़ाने के लिए भी जाना जाता है। अदरक को भारतीय व्यंजनों में एक आवश्यक सामग्री के रूप में भी माना गया है।

खाने और सेहत को ध्यान में रख कर करें इन मसालों का सेवन, जानें फायदे
डायबिटीज और गठिया रोगियों के लिए वरदान है जामुन, जानें इसके औषधीय गुण

Related Stories

No stories found.
logo
Since independence
hindi.sinceindependence.com