नीदरलैंड के वैज्ञानिकों ने अपनी एक खोज में लेफ्टीयों की पहेली को सुलझा दिया है। दुनिया में 90% लोग दाहिने हाथ से काम करते है।
जबकि 10% बाएं हाथ से काम करते है जिन्हें हम लेफ्टी कहते है। नीदरलैंड के वैज्ञानिकों ने दावा करते हुए कहा कि लेफ्ट हैंडेड होने का कारण जीन से जुड़ा हुआ है।
ऐसे लोगों के शरीर में टीयूबीबी4बी का एक विशेष जीन होता है। जो शरीर में कोशिकाओं के आकार को कंट्रोल करता है।
लेफ्ट हैंडेड लोगों के शरीर में टीयूबीबी4बी 2.7 गुना ज़्यादा पाया जाता है। साइंस अलर्ट की रिपोर्ट के अनुसार नीदरलैंड के मैक्स प्लैक इंस्टिट्यूट के वैज्ञानिकों ने बताया कि टीबीबी4बी जीन के कारण बायां हाथ शरीर का सबसे ताकतवर अंग माना जाता है।
टीयूबीबी4बी जीन खास तरह के प्रोटीन को नियंत्रित करता है। कुछ मामलों में ये दाहिने हाथ वालों से ज़्यादा ताकतवर होता है।
बराक ओबामा, बिल गेट्स, अमिताभ बच्चन, सचिन तेंदुलकर, लेडी गागा जैसी हस्तियां इस बात की मिसाल है।
शोधकर्ताओं ने ब्रिटेन में 3.5 लाख लोगों के दिमाग और जीन का विश्लेषण किया है। इनमें 11 फीसदी बाएं हाथ से काम करते थे।
फ़िलहाल यह पता नहीं चल पाया है कि भ्रूण में जब दिमाग विकसित होता है तब टीयूबीबी4बी जीन कहा रहता है, यह कैसे आता है, किस तरह विकसित होता है और भ्रूण को कैसे लेफ्ट या राइट से काम करने वाला बनाता है।