डेस्क से यशस्वनी की रिपोर्ट-
जामुन खाना किसे नहीं पसंद, इसका नाम सुनते ही मुंह में पानी आने लग जाता है। पर क्या आपको पता है कि टेस्ट से भरपूर यह फल सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद है। यह पेट दर्द, मधुमेह और गठिया जैसे रोगों में लाभकारी है।
जामुन, जिसे जावा प्लम और ब्लैक प्लम के नाम से भी जाना जाता है। यह एक गुणकारी फल है। सिंस इंडिपेंडेस के आज के लेख में हम आपकों इस फल के ऐसे फायदें बताएंगे जो आपको लिए काफी फायदेमंद साबित होगें…
जामुन समृद्ध रंग और खट्टे मीठे स्वाद वाला फल है। ब्लैक प्लम या जावा प्लम के नाम से जाना जाने वाला यह फल उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में पाया जाता है। यह सिजीजियम क्यूमिनी नामक फूल वाले पेड़ का फल है और यह गर्मियों में मई-जून के दौरान फलता है।
जामुन को औषधीय गुण वह हेल्थ बेनिफिट के लिए भी लाभकारी माना गया है। पेट दर्द, मधुमेह गठिया, पेचिश, पेट फूलने जैसी पाचन संबंधी समस्याओं के लिए जामुन को फायदेमंद माना गया हैै।
विटामिन सी और आयरन से भरपूर जामुन शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा को बढ़ाता है। हीमोग्लोबिन की बढ़ती संख्या के साथ, यह मानव के रक्त अंगों तक अधिक मात्रा में ऑक्सीजन ले जाने का काम करता है। फल में मौजूद आयरन खून को भी शुद्ध करने का काम करते हैं।
जामुन में एस्ट्रिंजेंट गुण होता है, जो आपकी त्वचा को मुंहासों से मुक्त रखता है। अगर आपकी त्वचा तैलीय है तो आपको जामुन का सेवन करना चाहिए क्योंकि यह आपकी स्किन को साफ और तरोताजा रखने में बेहद लाभदायी है।
जामुन या काली बेर हीमोग्लोबिन की संख्या में सुधार करता है और फल में मौजूद आयरन रक्त शुद्ध करने वाले एजेंट के रूप में कार्य करता है। ऐसे में यह आपकी त्वचा और आंखों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करता है। फल कई खनिजों और विटामिन सी और ए में भी समृद्ध है।
पोटैशियम से भरपूर जामुन आपके दिल के लिए बेहद फायदेमंद होता है। प्रति 100 ग्राम जामुन में लगभग 55 मिलीग्राम पोटेशियम मौजूद होता है। उच्च रक्तचाप, हृदय रोग और स्ट्रोक जैसी बीमारियों को दूर रखने में यह फल फायदेमंद होता है। यह आपकी धमनियों को भी स्वस्थ रखता है और उसे सख्त होने से रोकता है।
जामुन आपके मसूड़ों और दांतों के लिए फायदेमंद होता है। काले बेर की पत्तियों में जीवाणुरोधी गुण होते हैं और इसका उपयोग मसूड़ों से रक्तस्राव को रोकने के लिए किया जा सकता है। आप पत्ते को सुखा सकते हैं और फिर इसे टूथ पाउडर के रूप में इस्तेमाल करने के लिए पाउडर कर सकते हैं।
यह मसूड़ों से खून बहने और संक्रमण को रोकने में मददगार है। पेड़ की छाल में कसैले गुण होते हैं। मुह में छाले होने पर इसकी छाल से बने काढ़े को इस्तेमाल किया जा सकता है।
जामुन में जीवाणुरोधी, संक्रमण-रोधी और मलेरिया-रोधी गुण होते हैं। फल में मैलिक एसिड, टैनिन, गैलिक एसिड, ऑक्सालिक एसिड और बेट्यूलिक एसिड भी होते हैं। यह फल आम संक्रमणों को रोकने में प्रभावी है।
डायबिटीज रोगीयों के लिए वरदान है जामुन
ब्लैक प्लम अधिक पेशाब और प्यास सहित डायबिटीज के लक्षणों को ठीक कर सकता है। इसमें लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जो ब्लड के शुगर लेवल को सामान्य रखता है।
डायबिटीज के इलाज के जामुन के पेड़ के बीज, छाल और पत्तियों का उपयोग किया जा सकता है।