मौसम बदलने के साथ ही 30 प्रतिशत भारतीय हुए एलर्जी के शिकार, अमेरिका दूसरे नंबर पर

मौसम बदलने के साथ ही लोगों को स्किन एलर्जी औऱ कई तरीके की समस्यों का सामना करना पड़ता है। इसको लेकर लोग अक्सर डॉक्टरों के चक्कर लगाते हुए नजर आते है, लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी की भारत में 20 में से 30 प्रतिशत लोग एलर्जी की समस्या से जूझते हुए नजर आते है।
मौसम बदलने के साथ ही 30 प्रतिशत भारतीय हुए एलर्जी के शिकार, अमेरिका दूसरे नंबर पर
मौसम बदलने के साथ ही 30 प्रतिशत भारतीय हुए एलर्जी के शिकार, अमेरिका दूसरे नंबर पर

मौसम बदलने के साथ ही लोगों को स्किन एलर्जी औऱ कई तरीके की समस्यों का सामना करना पड़ता है।

इसको लेकर लोग अक्सर डॉक्टरों के चक्कर लगाते हुए नजर आते है, लेकिन आपको ये जानकर हैरानी होगी की भारत में 20 में से 30 प्रतिशत लोग एलर्जी की समस्या से जूझते हुए नजर आते है।

एक रिपोर्ट की माने तो अमेरिका में करीब 26% वयस्कों और 19% बच्चे इससे परेशान चल रहे हैं।

शेलफिश से हुई एलर्जी

रिपोर्टस के मुताबिक ये एलर्जी मौसम बदलने के बाद तेजी से होती है। ऐसा माना जाता है कि पेड़ पौधों के फूलो से फैलने वाले पराग कणों से भी एलर्जी के मामले बढ़ते है। खासतौर पर सर्दी का मौसम इसके लिए सबसे ज़्यादा खतरनाक होता है।

शंख, सीपी, दूध, पनीर, मेवे, मटर की फली, मधुमक्खी, कुत्ते, बिल्ली और अंडे से भी एलर्जी हो सकती है। हालांकि ये एलर्जी किसी भी उम्र में हो सकती है।

हालही में अमेरिका में एक व्यक्ति को शेलफिश से एलर्जी होने का मामला सामने आया है। जांच के दौरान पता चला की उसने जो खाना खाया था उस खाने की वजह से उसे एलर्जी हुई है।

जिसमें एलर्जी से पीड़िक व्यक्ति ने बताया कि वो खाने में फिश का सेवन करता है लेकिन पहली बार उसने शेलफिश खाई थी।

न्यूयॉर्क के माउंट सिनाई में इस्कॉन स्कूल ऑफ मेडिसिन में एलर्जीस्ट और इम्यूनोलॉजिस्ट डॉ श्रद्धा अग्रवाल बताती है कि आज भी वैज्ञानिक यह नहीं समझ पाए है कि उम्र के साथ एलर्जी क्यों बढ़ती या घटती है।

इसमें अभी भी बहुत सारे रहस्य है। डॉ अग्रवाल बताती है कि एलर्जी कई रूपों में सामने आती है। आमतौर पर यह तब विकसित होती है।

जब आपका इम्यून सिस्टम गलती से पराग कण या जानवरों के बाल इसके संपर्क में आते है तो एलर्जी की संभावना बढ़ जाती है और खांसी, छींक, खुजली, पित्ती, उल्टी, सांस लेने में परेशानी। अस्थमा और बेहोशी जैसी समस्याएं उत्पन्न हो जाती है।

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