जालंधर में एक डॉक्टर ने शराब के नशे में 16 साल के लड़के का इलाज शुरू कर दिया। डॉक्टर द्वारा इंजेक्शन लगाने के कुछ देर बाद ही बच्चे की मौत हो गई। गुस्साए लोगों ने पहले डॉक्टर के साथ मारपीट की। इसके बाद रोड जाम कर दिया। सोमवार रात जब विवाद बढ़ा तो पुलिस ने डॉक्टर का मेडिकल कराया तो पता चला कि वह शराब पी रहा था। अब आरोपी डॉक्टर जितेंद्र सिंह के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
मुकेरियां निवासी चंदर ने बताया कि 16 वर्षीय पुत्र वंश का स्कूल बस से एक्सीडेंट हो गया था। उसे इलाज के लिए मुकेरियां से रेफर किया गया था। परिजन उसे इलाज के लिए मॉडल टाउन के मिल्कबार चौक से सटे गार्डियन अस्पताल ले आए। उसकी पसलियों में चोट लगी थी। शाम करीब साढ़े छह बजे उन्हें इलाज के लिए भर्ती कराया गया।
परिजनों के मुताबिक ईलाज के दौरान डॉक्टर ने उसे इंजेक्शन लगाया। करीब सात बजे वंश की मौत हो गई। जब वह डॉक्टर से पूछने गया तो देखा कि वह नशे में है। इससे परिजन नाराज हो गए। उन्होंने आरोप लगाया कि डॉक्टर ने नशे में गलत इंजेक्शन लगाया। उन्होंने डॉक्टर को बाहर निकाला और पीटना शुरू कर दिया। कुछ परिजन सड़क जाम कर विरोध करने लगे।
इसके बाद थाना संभाग 6 की पुलिस वहां आ गई। पुलिस डॉक्टर को पकड़कर ले गई। सिविल अस्पताल में उसका इलाज किया गया। जहां इस बात की पुष्टि हुई कि वह नशे में था। थाना 6 के एसएचओ सुरजीत सिंह ने बताया कि डॉक्टर के खिलाफ आईपीसी की धारा 304 के तहत मामला दर्ज किया गया है।