मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार दोपहर राज्यपाल कलराज मिश्र से मुलाकात की। करीब एक घंटे की बैठक से एक बार फिर चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। हालांकि मुख्यमंत्री और राजभवन की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान में इसे शिष्टाचार मुलाकात बताया गया, लेकिन राजनीतिक गलियारों में इसे कैबिनेट फेरबदल और राजनीतिक नियुक्तियों से जोड़ा जा रहा है। यह भी साफ है कि राजभवन के स्तर पर किसी तरह की कोई तैयारी नहीं है।
बताया जा रहा है कि राज्यपाल के साथ सीएम ने लंबित बाल विवाहों के पंजीकरण के प्रावधान के साथ विवादित विधेयक पर भी चर्चा की है। मुख्यमंत्री ने हाल ही में राज्यपाल से इस विवादित विधेयक को वापस करने का आग्रह किया था। सीएम ने सोमवार की बैठक में राज्यपाल से उस विवादास्पद विधेयक को वापस करने की बात कही है। राज्यपाल अब उस बिल को सरकार को लौटाने पर राजी हो गए हैं। अब वह बिल कभी भी वापस किया जा सकता है।
सीएम की राज्यपाल के साथ बैठक में लंबित संवैधानिक नियुक्तियों पर भी चर्चा होने की बात कही जा रही है। राजनीतिक जानकारों के मुताबिक मंत्रिमंडल में फेरबदल और राजनीतिक नियुक्तियों पर अब जल्द फैसला होने की संभावना है। गहलोत कैबिनेट में फिलहाल 9 रिक्तियां हैं। संगठन में जिम्मेदारी वाले 5 मंत्रियों को हटाने के बाद 3 का यह आंकड़ा 12 हो जाएगा।