दिल्ली में दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। आफताब अमीन पूनावाला नाम के एक मुस्लिम युवक ने अपनी ही प्रेमिका श्रद्धा की हत्या कर दी। हत्यारे ने प्रेमिका श्रद्धा के शरीर के बेरहमी से 35 टुकड़े किए और दिल्ली में जगह-जगह फेंक दिए।
दक्षिण दिल्ली पुलिस ने हत्यारे आफताब से पूछताछ के आधार पर शव के टुकड़ो की तलाश में जुट गई है। श्रद्धा अपने पिता विकास मदान वाकर के साथ रहकर मुंबई के कॉल सेंटर में जॉब करती थी, वहीं आफताब से प्यार हुआ और श्रद्धा उसके साथ लिव इन में रहने लगी।
पूछताछ में आफताब ने दिल्ली पुलिस को बताया कि लिव-इन में रहने के दौरान श्रद्धा हमेशा शादी के लिए दबाव बनाती थी। इसी बात को लेकर उनके बीच अक्सर झगड़ा होता रहता था। इसके बाद मर्डर की पूरी प्लानिंग के साथ आफताब श्रद्धा को शादी का झांसा देकर दिल्ली ले आया। इसके बाद वह दिल्ली के छतरपुर इलाके में किराए के मकान में रहने लगा। 18 मई को भी दोनों के बीच शादी को लेकर जमकर मारपीट हुई थी। इसी दौरान आफताब आपा खो बैठा और उसने श्रद्धा की गला दबाकर हत्या कर दी।
18 मई को श्रद्धा की गला दबाकर हत्या करने के बाद आफताब ने उसके शरीर के 35 टुकड़े कर दिए। इसके बाद इसे दिल्ली के कई इलाकों में फेंक दिया। वहीं, पिता विकास मदान वाकर ने बताया कि कई महीनों से उनकी बेटी श्रद्धा से संपर्क नहीं हो पा रहा था। इसके बाद 8 नवंबर को पिता दिल्ली के छतरपुर स्थित फ्लैट पर आ गये क्योंकि उन्हें पता चला कि वह यहां किराए पर रहते है।
इसकी जानकारी भी उन्हें सोशल मीडिया के जरिए मिली। यहां घर का दरवाजा बंद होने के बाद पिता विकास महरौली थाने पहुंचे और पुलिस को अपहरण की जानकारी देते हुए एफआईआर दर्ज करवायी। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने जांच के बाद पूरे मामले का खुलासा किया। फिलहाल आरोपी आफताब दिल्ली पुलिस की गिरफ्त में है।
हत्या के बाद आफताब की योजना श्रद्धा के शरीर के 35 टुकड़ो को दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में फेंकने की थी। आफताब का मकसद पुलिस को गुमराह करना था, साथ ही उसे पूरा विश्वास था कि दिल्ली पुलिस श्रद्धा की लाश कभी बरामद नहीं कर पाएगी और वह इस हत्याकांड को बड़ी आसानी से अंजाम देकर निकल जाएगा। वहीं, 6 महीने पहले हुई इस हत्याकांड का खुलासा दिल्ली पुलिस ने कड़ी मेहनत के बाद किया है। इसके लिए दिल्ली पुलिस को पूरी दिल्ली की तलाशी लेनी पड़ी, यहां तक कि उसकी गिरफ्तारी के लिए महाराष्ट्र भी गई।
पिता विकास मदन वाकर भी अपनी बेटी श्रद्धा की हत्या से अंजान थे। कई महीनों उनका अपनी बेटी से संपर्क नहीं हो पाया, इसलिए 8 नवंबर को दिल्ली के महरौली थाने में बेटी श्रद्धा के अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई गई।
दिल्ली पुलिस ने आफताब को अपहरण का आरोपी मानकर जांच शुरू की। दिल्ली पुलिस ने जांच में मुंबई पुलिस की मदद ली। इसके बाद दो दिन पहले यानी 12 नवंबर को टेक्निकल सर्विलांस से आफताब को ट्रेस किया गया। इसके बाद पूछताछ में आफताब ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए। जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।