
सीमा सड़क प्राधिकरण ने जम्मू-कश्मीर से अमरनाथ तक सड़क मार्ग का विस्तार किया है। सोमवार को पहली बार अमरनाथ गुफा में वाहन पहुंचा। अधिकारियों ने कहा कि मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले में बालटाल आधार शिविर के जरिए अमरनाथ गुफा तक का चौड़ीकरण पूरा हो गया है।
अधिकारी ने कहा कि सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) के जवानों ने एक कठिन कार्य पूरा किया है और अमरनाथ गुफा मंदिर तक सड़क संपर्क मार्ग बनाकर इतिहास रच दिया है।
उन्होंने कहा कि वाहनों का पहला जत्था मंदिर तक पहुंच गया है। पिछले साल गुफा तक जाने वाले दोनों रास्तों की देखरेख की जिम्मेदारी और रखरखाव बीआरओ को सौंपी गई थी। जिसमें बीआरओ की 'प्रोजेक्ट बीकन' अमरनाथ मार्ग के निर्माण और सुधार में शामिल है
इससे पहले जम्मू और कश्मीर सरकार के लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के पास गांदरबल जिले में बालटाल रोड के रखरखाव का जिम्मा था।
पहलगाम विकास प्राधिकरण अनंतनाग जिले में पहलगाम रोड का रखरखाव कर रहा था। यूटी ने पिछले साल सितंबर में ट्रैक के रखरखाव के और चौड़ीकरण के लिए इसे बीआरओं को सौंप दिया था।
बीआरओं ने तीर्थयात्रियों की दुर्दशा को कम करने के लिए सड़क चौड़ीकरण परियोजना शुरू की थी। बता दें कि मंदिर की गुफा तक जाने के लिए श्रद्धालुओं को पैदल चलना पड़ता था।
वहीं इस सड़क के बन जाने से यात्रा में 8 से 9 घंटे की कमी दर्ज की जाएगी। इससे लोगों को सुगम दर्शन करने में आसानी होगी।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रवक्ता मोहित बान ने ट्विटर पर कहा है कि यह इतिहास के खिलाफ नहीं बल्कि हिंदू धर्म और इसकी प्राकृतिक मान्यताओं के खिलाफ सबसे बड़ा अपराध है।
उन्होंने कहा कि केवल राजनीतिक लाभ के लिए धार्मिक यात्राओं को पिकनिक में बदलना निंदनीय है। इस पर जम्मू-कश्मीर बीजेपी के प्रवक्ता अल्ताफ ठाकुर ने एक बयान में कहा कि बाबा अमरनाथ मंदिर में लाखों लोग पूजा करते हैं।
पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करके 2008 के क्षेत्रीय विवाद को दोहराने की कोशिश कर रही है, लेकिन लोग इतने समझदार हैं कि धोखेबाज नीतियों का शिकार नहीं होंगे।