Rajasthan Election 2023: कहते हैं किस्मत बदलते देर नहीं लगती। कुछ ऐसी ही हकीकत देखने को मिली बारां ज़िले के अटरू विधानसभा सीट पर।
यहां टेलरिंग का काम करने वाले राधेश्याम बैरवा नाम के शख्स की अचानक किस्मत क्या बदली, वो भाजपा का अधिकृत प्रत्याशी बन बैठा।
हैरानी की बात ये भी है कि ये प्रत्याशी खुद 9वीं क्लास पास है, लेकिन इस चुनाव में उनका टॉप मुद्दा क्षेत्र में शिक्षा में बढ़ोतरी का है।
जानकारी के अनुसार प्रत्याशी राधेश्याम बैरवा के एक पुत्र आईपीएस अधिकारी हैं तो दूसरे पुत्र अजमेर डिस्कॉम में एईएन के पद पर कार्यरत हैं।
पत्नी संतोष बैरवा मौजूदा वार्ड पार्षद हैं। राधेश्याम का मुख्य मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी पानाचंद मेघवाल से रहेगा।
भाजपा को बारां-अटरू विधानसभा क्षेत्र के टिकट पर अचानक से बदलाव करने पर मजबूर होना पड़ा।
दरअसल, इस सीट पर पार्टी ने पहले सारिका सिंह को अधिकृत प्रत्याशी घोषित कर चुनाव मैदान में उतारा था।
लेकिन नामांकन के दौरान सारिका सिंह के जाति प्रमाण पत्र में कोई ऐसा पेंच फंस गया, जिससे पार्टी आलाकमान की मंज़ूरी के बाद यहां से प्रत्याशी के नाम पर हाथों-हाथ बदलाव करना पड़ गया।
मजबूरी में ही सही, लेकिन भाजपा को इस सीट पर बदलाव करते हुए सारिका की जगह राधेश्याम बैरवा को उम्मीदवार घोषित करना पड़ गया।
बैरवा 53 वर्षीय और नौवीं कक्षा उत्तीर्ण हैं। इधर, एक रात में ही किस्मत बदलते हुए उन्हें भाजपा जैसी प्रमुख पार्टी का प्रत्याशी बनाये जाने से ना सिर्फ बैरवा के लिए बल्कि उनके परिवार और समर्थकों में ख़ुशी की लहर दौड़ गई है।
मीडिया से बातचीत में बैरवा ने कहा कि टिकट में बदलाव वाकई किस्मत बदलने जैसा रहा है। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में सबसे पहले शिक्षा के क्षेत्र में विकास करना ही उनकी प्रमुख प्राथमिकता रहेगी।
इसके अलावा कहा कि बारां शहर के स्वरूप निखारने के प्रयास करेंगे। परवन वृहद् सिंचाई परियोजना समेत बिजली, पानी व सड़क जैसी बुनियादी सुविधाओं का विस्तार करेंगे।
भाजपा प्रत्याशी राधेश्याम बैरवा ने पहला चुनाव 1999 में बारां नगर पालिका के पार्षद का लड़ा था, लेकिन पराजय का सामना करना पड़ा था। बाद में उन्हें भाजपा एससी मोर्चा का जिलाध्यक्ष नियुक्त किया गया। वर्तमान में उनकी पत्नी संतोष बाई पार्षद हैं।