राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी की विवादित टिप्पणी पर मचे घमासान के बीच राष्ट्रीय महिला आयोग ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को इस मामले में हस्तक्षेप करने के लिए पत्र लिखा है। यही नहीं आयोग ने सोनिया गांधी से अधीर रंजन चौधरी के खिलाफ उनकी अपमानजनक टिप्पणी के लिए उचित कार्रवाई करने के लिए भी कहा है।
उधर, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बारे में की गई अपनी एक टिप्पणी पर गुरुवार को सफाई दी। उन्होंने कहा कि चूंकि मैं बहुत अच्छी हिंदी नहीं जानता हूं इसलिए गलती हो गई। मैंने राष्ट्रपति से मिलने का समय मांगा है। मैं राष्ट्रपति से मिलकर माफी मांगूंगा। उन्होंने भाजपा पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि वह 'पाखंडियों' से माफी नहीं मांगेगे।
समाचार एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रीय महिला आयोग ने कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी को व्यक्तिगत रूप से पेश होकर और अपनी टिप्पणी के लिए लिखित स्पष्टीकरण देने के लिए भी नोटिस भेजा है। महिला आयोग में यह सुनवाई 3 अगस्त को सुबह 11:30 बजे निर्धारित की गई है। वहीं भाजपा ने कांग्रेस को 'आदिवासियों, महिलाओं और गरीबों का विरोधी' करार दिया है। रिपोर्ट के मुताबिक राष्ट्रीय महिला आयोग और 12 राज्य महिला आयोगों ने गुरुवार को कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर की गई टिप्पणी की आलोचना की और कहा कि यह टिप्पणी बेहद अपमानजनक और लिंगभेदवादी है।
एनसीडब्ल्यू की अध्यक्ष रेखा शर्मा ने ट्वीट कर बताया कि राष्ट्रीय महिला आयोग और विशाखापत्तनम में त्रैमासिक बैठक में मौजूद सभी राज्य महिला आयोगों ने राष्ट्रपति के खिलाफ कांग्रेस नेता की ओर से की गई अपमानजनक टिप्पणी की निंदा की। इस मसले पर महिला आयोग सख्त है और उन्हें समन भेज रहा है। 12 राज्य महिला आयोगों में आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और त्रिपुरा के आयोग शामिल हैं। राष्ट्रीय महिला आयोग और सभी राज्य महिला आयोग अधीर रंजन चौधरी के शब्दों की कड़ी निंदा करते हैं।