J&K: जम्मू-कश्मीर के अरनिया में लगातार हो रही गोलाबारी से अफरा तफरी मच गई है और लोग डर के साये में जिंदगी जीने को मजबूर है। बढ़ते तनाव की वजह से 25 पंचायतों में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है और यहां बच्चे डर से सहमे हुए है। गोलाबीर के दौरान आंगन में मार्टोर शेल गिरने से गांवों के लोगों ने शहर की तरफ पलायन करना शुरू कर दिया है।
पाकिस्तान की तरफ से अरनिया के बिक्रम पोस्ट सहित आठ जगहों पर रात को गोलीबारी शुरू हो गई। इसकी वजह से ग्रामीण सहम गए। सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए घरों से निकल पड़े थे कि तभी पुलिसकर्मियों औऱ बीएसएफ के जवानों ने उन्हें रोक दिया और घरों में ही रहने को कहा।
इसके बावजूद लोग सड़कों पर निकल आए। गांव में रह रहें लोगों ने कहा कि जिनके पास गाड़ियां थी वो सुरक्षित स्थानों के लिए निकल गए और जिनके पास साधन नहीं था वो यहीं पर फंसे रह गए। एक ग्रामीण ने बताया कि जब रात को 9 बजकर 30 मिनट पर ग्रामीण क्षेत्र में शेल गिरने शुरू हुए तो, बच्चे सिहर उठे।
एक ग्रामीण ने बताया कि गोलाबारी के दौरान जब मोर्टार के सप्लेंडर उनकी पत्नी के हाथों में लगा तो वह दर्द से कराह उठी।
इस दौरान उसका बच्चा अंदर खेल रहा था। उन्होंने बताया कि मेरे बच्चे को भी चोट लग गई है और वो अब तक दहशत में चल रहा है। वहीं शेल ने उनके घर के दरवाजे तोड़ दिए और घर का सारा समान बिखर गया।
यहां के सैकड़ों ग्रामीण इस समस्या से जूझ रहे हैं। वहीं जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में भारतीय सीमा पर घुसपैठ कर रहें लश्कर के पांच आंतकियों को सुरक्षा बलों ने ढे़र कर दिया है।