Bageshwar Dham: वोटबैंक के लिए 'धाम' निशाना! जानें धीरेंद्र शास्त्री पर विपक्षी क्यों हैं हमलावर?

Bageshwar Dham: छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में अवैध धर्मांतरण लंबे समय से मुद्दा है। दोनों राज्यों में चुनाव होने वाले हैं, शायद इसलिए धीरेंद्र शास्त्री विपक्षी नेताओं के टारगेट पर हैं। पढ़ें Since Independence की रिपोर्ट...
Bageshwar Dham: वोटबैंक के लिए 'धाम' निशाना! जानें धीरेंद्र शास्त्री पर विपक्षी क्यों हैं हमलावर?

Bageshwar Dham: बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) मामले पर राजनीति गरमाई हुई है। कई नेता आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के पक्ष में खड़े नजर आ रहे हैं, वहीं कई इस आडंबर बताकर आचार्य धीरेंद्र पर हमलावर हैं। गिरिराज प्रसाद सिंह और नरोत्तम मिश्रा जैसे भाजपा के कई नेताओं ने बागेश्वर धाम सरकार के पुजारी पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के पक्ष में बयान दिया है। जबकि मध्य प्रदेश में नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह, यूपी कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष बृजलाल खाबरी, समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य जैसे नेता आचार्य के विरोध में बयान देकर उन्हें घेर रहे हैं।

दरअसल आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के बहाने सनातन धर्म और हिंदुत्व पर निशाना साधा जा रहा है। बाबा बागेश्वर धाम सरकार के कैंप में दूसरा धर्म अपना चुके लोगों की सनातन धर्म में वापसी भी कराई जा रही है, और इसी साल छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं, जहां अवैध धर्मांतरण बड़ा मुद्दा बन गया है, इसलिए धीरेंद्र शास्त्री पर सियासत बढ़ती जा रही है। भाजपा के विपक्षी दल इस बहाने धर्मांतरण के मामले को दूसरी दिशा देने पर तुले हैं। जानें सियासत की भेंट क्यों चढ़ा बागेश्वर धाम। पढ़ें मामले की पड़ताल करती Since Independence यह रिपोर्ट।

इसलिए हो रही सियासत

छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं। वहां अवैध धर्मांतरण लंबे समय से एक बड़ा मुद्दा रहा है। बाबा बागेश्वर धाम सरकार के दरबार में कई मुस्लिम-ईसाई धर्म के लोगों की घर वापसी कराकर उन्हें सनातन धर्म में वापस लाया जा चुका है। यही कारण है कि छत्तीसगढ़ में बाबा बागेश्वर धाम सरकार के पक्ष-विपक्ष में कई स्वर सुनाई पड़ने लगे हैं। इसी प्रकार मध्य प्रदेश में भी कांग्रेसी बागेश्वर धाम सरकार के विरोध में उतरे हुए हैं।

विरोध की मुख्य वजह

  • छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में अवैध धर्मांतरण बड़ा मुद्दा।

  • दूसरा धर्म अपना चुके लोगों की सनातन धर्म में वापसी विरोध का बड़ा कारण।

  • चुनाव में भाजपा बनाएगी अवैध धर्मांतरण को मुद्दा।

  • मुस्लिम-ईसाई धर्म के मिशनरी आचार्य धीरेंद्र शास्त्री से नाराज।

अवैध धर्मांतरण पर कानून की मांग

मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में अवैध धर्मांतरण कराने का आरोप लंबे समय से लगता रहा है। आरएसएस, विश्व हिंदू परिषद और हिंदुत्व के मुद्दे उठाने वाली कई अन्य संगठनों का आरोप रहा है कि इन राज्यों में अवैध धर्मांतरण कराया जाता रहा है। ईसाई मिशनरियों पर आरोप है कि वे झूठे चमत्कार दिखाकर और आर्थिक लाभ का लालच देकर गरीब आदिवासियों का बडे़ स्तर पर धर्मांतरण कराते रहे हैं। कई राज्यों में अवैध धर्मांतरण के विरुद्ध भाजप कानून भी बना चुकी है। इसी तर्ज पर मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में भी अवैध धर्मांतरण पर कानून बनाए जाने की मांग की जा रही है।

ये धीरेंद्र शास्त्री के विरोध में

समाजवादी पार्टी के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा है कि पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री अपने बयानों से जनता को भ्रमित कर रहे हैं। उन्होंने जनता में अंधविश्वास फैलाने के लिए उन्हें जेल में डालने तक की मांग की है। एक दिन पहले उन्होंने रामचरित मानस पर भी हमला किया था और कहा था कि इस ग्रंथ की कुछ पंक्तियों को निकाल देना चाहिए। उनके इस बयान पर काफी विवाद भी हुआ था।

मध्य प्रदेश में नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने कहा कि वे हिंदू धर्म और सनातन धर्म में विश्वास करते हैं, लेकिन पाखंड और ढोंग में उनका भरोसा नहीं है। देश में हिंदुओं की बड़ी तादाद है। वे भी पाखंड को ठीक नहीं मानते। जब बाबा को नागपुर की श्रद्धा उन्मूलन समिति ने शक्तियां प्रमाणित करने की चुनौती दी, तो वे वहां से क्यों भाग गए। अगर उनमें सच्चाई है तो जवाब दे। प्रमाणिकता के आधार पर जवाब दें।

यूपी कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष बृजलाल खाबरी (Brijlal Khabri) बागेश्वर धाम (Bageshwar Dham) के धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर लगाए जा रहे आरोपों पर कहा, 'जो लोग उस दरबार में जाकर लूटे-पिटे हैं, ये उनकी कहानी है। मैं तो गया नहीं हूं। वहां वो क्या करते हैं क्या नहीं करते मैं नहीं जानता लेकिन ये जरूर है कि इस तरह की भीड़ लगाकर जो मानसिक शोषण किया जा रहा है वो न तो व्यक्ति के हित में है न कानून इसकी इजाजत देता है।'

इन्होंने की सधी बयानबाजी

छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इस मामले में सधी हुई प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि साधना के बल पर कई लोग सिद्धियां प्राप्त करते रहे हैं। लेकिन इनका उपयोग जनता के हितों के लिए किया जाना चाहिए, इससे कोई भ्रम न फैले, इस बात का ध्यान रखा जाना चाहिए।

कांग्रेस नेता कल्कि पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा था कि भारत की जनता धर्म के प्रति बेहद संवेदनशील है और नेताओं को धर्म से जुड़े मुद्दों पर टिप्पणी करते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि जनता की भावनाओं को ठेस न पहुंचे। हालांकि, उन्होंने धार्मिक नेताओं को भी किसी राजनीतिक पार्टी के प्रवक्ता की तरह बात करने से बचने की सलाह भी दी थी।

ये कांग्रेसी धीरेंद्र शास्त्री के समर्थन में

रायपुर (MP) यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुबोध हरितवाल आचार्य धीरेंद्र शास्त्री के समर्थन में खड़े हुए हैं। बता दें कि हरितवाल रायपुर में हो रहे एक कार्यक्रम में बागेश्वर बाबा के साथ मंच साझा करते हुए हुए नज़र आ रहे हैं। उन्होंने मीडिया को दिए अपने बयान में बाबा का समर्थन करते हुए कहा, “हमारा देश एक हिंदू देश है, आस्था और विश्वास पर चलने वाला देश है।” वे आगे कहते हैं कि साधु संतों को चुनौती देने का अर्थ है कि आप इस देश के धर्म को, इस देश की आस्था को चुनौती दे रहे हैं।

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