1971 की जंग बाद 26 फरवरी 2019 में भारत में पाकिस्तान पर पहली बार हवाई हमला किया।
27 फरवरी 2019 शाम चार बजे पाकिस्तान के इस्लामाबाद में अमेरिकन एम्बेसी की मीटिंग चल रही थी।
शाम 5 बजकर 45 मिनट पर उनके पास पहुंचा एक नोट जिसको पढ़कर पाकिस्तान की विदेश सचिव तहमीना जंजुआ के होश उड़ गए।
थोड़ी देर बाद उन्होनें कहा कि हमारी आर्मी ने एक नोट भेजा है जिसमें लिखा है कि भारत ने पाकिस्तान की तरफ 9 मिसाइलें तान रखी है। अगर उनके एयरफोर्स के कमांडर अभिनन्दन को रिहा नहीं किया गया, तो वह हमला कर देगा।
उस वक्त पाकिस्तान में भारत के हाई कमिश्नर रहें अजय बिसरिया अपनी किताब "एंगर मैनेजमेंट: द ट्रबल्ड डिप्लोमेटिक रिलेशनशिप बिटवीन इंडिया एंड पकिस्तान" में लिखते हैं कि
अमेरिकन एम्बेसी में हुई मीटिंग के बाद पाकिस्तान के विदेश मंत्री महमूद कुरैशी ने अपने ऑफिस में एक मीटिंग बुलाई। ऐसी चालू होने के बाद भी महमूद के माथे पर पसीना था। उनके हाथ पैर कांप रहे थे।
थोड़ी देर बाद वहां पाक आर्मी चीफ कमर बाजवा पहुंचे।और उन्हीं देखते ही महमूद कुरैशी के शब्द थे "खुदा के लिए अभिनंदन को लौटा दीजिए, नहीं तो इंडिया पाकिस्तान पर हमला कर देगा।"
जब पाकिस्तान को भारत के मजबूत इरादे तोड़ने का कोई रास्ता नहीं दिखा तब पाकिस्तान ने अपने घुटने टेक दिए और 28 फरवरी, शाम करीब 5 बजे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपनी संसद में ऐलान किया, "हम कल भारत के पायलट अभिनंदन को रिहा करेंगे।
1 मार्च को रात 9:20 पर अभिनंदन भारत लौट आए।अभिनंदन कुल 58 घंटे पाकिस्तान की गिरफ्त में रहे।
प्रधानमंत्री मोदी के इस कदम ने भारत को मजबूत बनाया और यहां के लोगों को सुरक्षित होने का एहसास दिलाया।
अभिनंदन की रिहाई के ठीक 9 दिन बाद यानि 10 मार्च, 2019 को लोकसभा चुनाव की घोषणा हुई। तब तक पुरे देश में हर जगह पोलिटिकल पोस्टर्स लग चुके थे जिनमें लिखा था "घर में घुसकर मारा है "।
8 अप्रैल 2019 में पीएम मोदी ने महाराष्ट्र की एक रैली में भीड़ से एक सवाल किया। आपका पहला वोट पाकिस्तान के बालाकोट में घुसकर एयरस्ट्राइक करने वाले वीर जवानों के नाम हो सकता है क्या ?'
जिसका जवाब चुनाव के परिणामों ने दिया। बीजेपी ने 303 सीटों के साथ लोकसभा चुनाव जीती, और बीजेपी भारत में सबसे ज्यादा बहुमत से जीतने वाली पार्टी बन गई।
एक्सपर्ट्स का दावा है कि ये रिकॉर्ड प्रधानमंत्री मोदी के उस फैसले का नतीजा थी, जो उन्होनें 14 फरवरी को पुलवामा में हुए आतंकी हमले का बदला लेने के लिए लिया था। वो ऐतिहासिक फैसला था बालाकोट में एयरस्ट्राइक करने का।