देश की सबसे बड़ी IT राजधानी बेंगलुरु से एक बेहद ही हैरान करने वाला मामला सामने आ रहा है। जहां साइबर क्राइम के बदमाशों ने एक महिला वकील को अपना निशाना बना डाला।
साइबर ठगों ने एक निजी फर्म में काम करने वाली एक महिला को नार्को टेस्ट के नाम पर वीडियो कॉल में कपड़े उतरवा दिए।
जानकारी के अनुसार साइबर ठगों ने एक महिला को लगभग 36 घंटे एक ही कॉल पर फंसाये रखा। साथ ही उसके कपड़े उतरवा दिए और निर्वस्त्र उसे बिठाए रखा।
साथ ही उस दौरान का वीडियो भी रिकार्ड कर लिया। वहीं साइबर ठगों ने रिकार्ड किए वीडियो को डार्क वेब पर बेचने की धमकी दे डाली।
29 साल की भुवी (बदला हुआ नाम) ने पुलिस को बताया कि जालसाजों ने उसे 3 अप्रैल की दोपहर 2.15 बजे से 5 अप्रैल की सुबह 1.15 बजे तक एक मैराथन कॉल में उलझाए रखा और उससे 15 लाख रुपये ऐंठ लिए।
पीड़ित महिला ने कहा कि ये सब तब शुरू हुआ जब किसी व्यक्ति ने उसे ‘फेडएक्स’ से होने का दावा करते हुए फोन किया। उसे बताया गया कि उसके नाम पर थाईलैंड भेजे गए पार्सल में 140 ग्राम MDM था।
सूत्रों के मुताबिक साइबर ठगों ने कॉल उस व्यक्ति को ट्रांसफर कर दी, जिसके बारे में उसने लड़की को बताया था।
जोकि मुंबई पुलिस अधिकारी होने का दावा कर रहा था। उस अधिकारी ने पीड़िता को स्काइप डाउनलोड करने के साथ ही चैट पर जुड़ने के लिए कहा।
आरोपी ने कहा कि उसका आधार नंबर मानव तस्करी और ड्रग्स से जुड़ा है हुआ है। फिर ठगों ने फोन कॉल को किसी अभिषेक चौहान नाम के व्यक्ति के पास ट्रांसफर कर दिया। जिसने खुद को CBI ऑफिसर बताया।
अभिषेक ने बताया कि पीड़िता के ऊपर मनी लॉन्ड्रिंग, मानव तस्करी जैसे कई मामले में उसका नाम आया है।
साथ ही उसने बैंक के कई ग्राहकों के खातों का इस्तेमाल मनी लॉन्ड्रिंग के लिए किया गया है। ठगों ने पीड़िता भुवी से कहा कि वो अपना कैमरा चालू रखें और अपनी स्क्रीन साझा करें। ताकि जब वह सोए तब भी वे देख सकें।
4 अप्रैल को चौहान ने उससे कहा कि उसे अपने लेनदेन को सत्यापित करने के लिए अपने सारे पैसे उनके खाते में स्थानांतरित करने होंगे।
उसे पास के एक बैंक में जाने और एक खाते में 10.7 लाख रुपये ट्रांसफर करने के लिए कहा गया। ठगों ने भुवी से कहा कि वो खुद को घऱ में बंद रखे और आगे जोभी दिशा निर्देश होंगे उसे बता दिया जाएगा।
ठगों ने भुवी के क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करके दो बार 4-4 लाख का ट्रांजेक्शन किया। वहीं पीड़िता ने इसको लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज करायी है।