भारत जोड़ो यात्रा के बीच कांग्रेस ने एक ऐसी तस्वीर साझा की है जिससे एक बार फिर नया विवाद खड़ा हो गया है। दरअसल, कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से किए गए पोस्ट में आरएसएस की ड्रेस में आग लगी तस्वीर साझा की है जिसके बाद से सियासत गरमा गई है। इस तस्वीर के जरिए कांग्रेस ने आरएसएस-भाजपा पर निशाना साधा है। इसे लेकर भाजपा हमलावर है और इसे कांग्रेस की आग लगाओ, भारत तोड़ा यात्रा करार दिया है।
कांग्रेस ने ट्विटर पर तस्वीर पोस्ट करते हुए लिखा कि देश को नफरत के माहौल से मुक्त करने और आरएसएस–बीजेपी द्वारा किए गए नुकसान की भरपाई को पूरा करने के लक्ष्य की दिशा में हम एक–एक कदम बढ़ा रहे हैं। पोस्ट की गई तस्वीर में आरएसएस की ड्रेस में नीचे आग जलती दिखाई दे रही है और धुआं भी उठ रहा है। इसके साथ ही तस्वीर पर लिखा है '145 days more to go'
कांग्रेस ने ट्वीट कर कहा, 'देश को नफरत के माहौल से मुक्त करने और आरएसएस-भाजपा द्वारा किए गए नुकसान की भरपाई को पूरा करने के लिए हम कदम आगे बढ़ा रहे हैं।'
कांग्रेस के इस ट्वीट के बाद भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने इस मुद्दे पर प्रेस वार्ता की है। उन्होंने कांग्रेस से अपने ट्वीट को तुरंत डिलीट करने की मांग की है। पात्रा ने सवाल किया कि राहुल गांधी, उनके पूरे परिवार और कांग्रेस को आग से इतना प्यार क्यों है। पात्रा ने कहा कि सिखों के 1984 के नरसंहार के दौरान पंजाब जला था। सिखों को मौत के घाट उतारा गया था। संबित ने कहा कि इस फोटो को ट्वीट कर राहुल गांधी क्या आप देश में हिंसा चाहते हैं? लोग एक दूसरे को आग लगा दें? आप क्या चाहते हैं, लोग ऐसे लोगों को आग लगा दें जो आरएसएस और भाजपा की विचारधारा को मानते हैं।
संबित ने कहा कि ये 'भारत जोड़ो आंदोलन' नहीं 'भारत तोड़ो आंदोलन', 'आग लगाओ आंदोलन' है। भाजपा बहुत जिम्मेदारी से ये कहती है भारतीय संविधान में हिंसा के लिए कोई स्थान नहीं है। कांग्रेस को इस ट्वीट को तुरंत डिलीट करना चाहिए।
केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह ने कहा कि कांग्रेस और राहुल गांधी 7 जन्म लेंगे तब भी आरएसएस की बराबरी नहीं कर पाएंगे। आरएसएस का एक-एक स्वयंसेवक भारत माता की वैभव के लिए जीता है। आरएसएस भारत के संस्कार और संस्कृति का ध्वज वाहक है। वे जितना जलेंगे संघ उतना ही सांस्कृतिक फैलाव करेगा।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार में मंत्री और पूर्व कांग्रेस नेता जितिन प्रसाद ने ट्वीट कर लिखा कि राजनीतिक मतभेद स्वाभाविक और समझने योग्य हैं लेकिन राजनीतिक विरोधियों को जलाने के लिए क्या इस तरह की मानसिकता की आवश्यकता है? नकारात्मकता और नफरत की इस राजनीति की सभी को निंदा करनी चाहिए।
भाजपा युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और बेंगलुरु से सांसद तेजस्वी सूर्या ने लिखा कि 1984 में कांग्रेस की आग ने दिल्ली को जला दिया। इसके बाद 2002 में गोधरा में 59 कारसेवकों को जिंदा जला दिया गया। उन्होंने फिर से हिंसा का आह्वान दिया है। कांग्रेस अब राजनीतिक दल नहीं रह गई है और राहुल गांधी सिर्फ भारत के खिलाफ लड़ रहे हैं।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को लेकर कांग्रेस के एक विवादस्पद ट्वीट पर अब आरएसएस ने प्रतिक्रिया दी है। संघ के सह सरकार्यवाह डॉ. मनमोहन वैद्य ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा, ‘वह लंबे समय से हमारे प्रति घृणा रखते हैं। उनके पिता और दादा ने भी आरएसएस को रोकने की बहुत कोशिश की, संघ पर दो बार प्रतिबंध लगाए गए, लेकिन आरएसएस रुका नहीं और बढ़ता रहा, क्योंकि हमें लोगों का समर्थन मिलता रहा।’ उन्होंने कहा कि इन बयानों से सिर्फ उनकी नफरत ही झलकती है।
गौरतलब है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा के दौरान 9 सितंबर को कुछ कैथोलिक पादरियों के साथ बैठक की थी। इन पादरियों में विवादित पादरी जॉर्ज पोन्नैया भी मौजूद थे। इस बैठक की वीडियो क्लिप वायरल हो रही है, जिसमें राहुल गांधी पादरी से सवाल करते सुनाई दे रहे हैं कि ‘क्या जीसस क्राइट (ईसा मसीह) ईश्वर का एक रूप हैं? क्या यह सही है? जवाब में पोन्नैया कहते हैं, ‘हां वह असली भगवान हैं, शक्ति (हिंदू देवी) जैसे नहीं हैं।'