Bharat Jodo Yatra: राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा शुरू होने से अब तक कई बार विवादों में आ चुकी है। कभी मोदी विरोधी पादरी का बयान तो कभी कन्हैया कुमार जैसों के बयान, या फिर अभिनेत्री स्वरा भास्कर, पूजा भट्ट, अभिनेता से नेता बने कमल हासन के यात्रा में शामिल होने के चलते भी राहुल की यह यात्रा विवाद और सुर्खियों में रही। अब RAW के पूर्व प्रमुख अमरजीत सिंह दुलत के भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने से यह यात्रा फिर सुर्खियों में है।
कांग्रेस की राहुल गांधी नीत भारत जोड़ो यात्रा दिल्ली में नौ दिन के विराम के बाद मंगलवार को यूपी के लिए रवाना हुई है। इसमें भारतीय खुफिया एजेंसी 'रिसर्च एंड एनेलेसिस विंग ' (RAW) के पूर्व प्रमुख अमरजीत सिंह दुलत भी शामिल हुए। इसे लेकर भाजपा ने दुलत को निशाने पर लिया है। भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने ट्वीट कर कहा कि दुलत ने कश्मीर संकट को यादगार बनाने का काम किया था।
भाजपा नेता अमित मालवीय ने ने ट्वीट कर आरोप लगाया कि पूर्व स्पाईमास्टर दुलत अपने काम के प्रति कभी प्रतिबद्ध नहीं थे। वे अलगाववादियों और पाकिस्तान से प्रभावित थे। मालवीय ने तंज कसते हुए कहा कि रॉ के पूर्व सचिव दुलत की कश्मीर संकट में यादगार भूमिका है।
मालवीय ने यह भी कहा कि रॉ के विवादास्पद पूर्व प्रमुख एएस दुलत राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में शामिल हुए। किसी ने भी दुलत पर अपनी नौकरी या उस देश के प्रति प्रतिबद्ध होने का आरोप नहीं लगाया, जिसकी वह सेवा करने के लिए नियुक्त किए गए थे। अलगाववादियों और पाकिस्तान के समर्थन और कश्मीर बवाल में उनकी अहम भूमिका है।
दुलत ने रॉ से सेवानिवृत्त होने के बाद तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के जम्मू-कश्मीर मामलों के सलाहकार के रूप में कार्य किया था। वे अपने संस्मरण 'ए लाइफ इन द शैडोज के विमोचन के बाद राहुल गांधी के राष्ट्रव्यापी मार्च में शामिल हुए। कश्मीर मामलों के विशेषज्ञ माने जाने वाले दुलत ने पिछले साल अप्रैल में बॉलीवुड की फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' को कोरा प्रचार (propaganda) बताया था।
निदेशक विवेक अग्निहोत्री निर्देशित यह फिल्म 1990 के दशक में घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन पर आधारित है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित सत्तारूढ़ भाजपा के नेताओं ने इस फिल्म का भारी समर्थन किया था। वहीं, कांग्रेस ने इसे प्रोपगंडा बताकर खारिज कर दिया था।
दुलत ने वर्ष 1999 से 2000 तक रॉ का नेतृत्व किया था। राहुल गांधी के नेतृत्व वाले भारत जोड़ो यात्रा में भाग लेने वाले वे नए महारथी हैं। उनसे पहले रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन और अभिनेता से नेता बने कमल हसन भी इस यात्रा में शामिल हो चुके हैं।
गौरतलब है कि रिजर्व बैंक के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन मोदी सरकार की नीतियों की खिलाफत करते रहे हैं। रघुराम राजन मोदी सरकार के नोटबंदी के निर्णय को भी गलत बता चुके हैं। इसी प्रकार अभिनेता से नेता बने कमल हसन भी मोदी विरोधी बयान देते रहे हैं। कमल हासन हिंदी को राष्ट्रीय भाषा बनाए जाने की मांग के भी खिलाफ हैं।