Bageshwar Dham: बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) पर अंधविश्वास को बढ़ावा देने का आरोप लगा है। उसके खिलाफ नागपुर में केस भी दर्ज किया गया है। धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर यह मामला नागपुर की अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति ने दर्ज कराया है। इधर सोशल मीडिया पर शास्त्री के समर्थन में लोग सामने आने लगे है, और धीरेंद्र शास्त्री पर लग रहे आरोपों को साजिश कहा जा रहा है।
समिति के श्याम मानव का कहना है कि अगर पुलिस इस मामले में कार्रवाई नहीं करती है तो वह कोर्ट का दरवाजा खटखटाएगे। वहीं, धीरेंद्र शास्त्री (Dhirendra Krishna Shastri) ने पलटवार करते हुए कहा, 'मैं चुनौती स्वीकार करता हूं। श्याम यहाँ रायपुर आता है, मैं टिकट के पैसे दूँगा। हमने दैवीय दरबार लगाई तो श्याम क्यों नहीं आए, अब हमें बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।
सोशल मीडिया पर लगातार धीरेंद्र शास्त्री को जनता का साथ मिलता नजर आ रहा है। सोशल मीडिया के जरीए लोगों का कहना है कि 'ईसाई धर्मांतरण की कई लोगों की फ़ैक्टरी बंद हो गयी' इस लिए मिशनरियों द्वारा धीरेंद्र शास्त्री को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। आइए देखते है कि सोशल मीडिया पर लोग धीरेंद्र शास्त्री के समर्थन में क्या-क्या लिख रहे है।
ट्वीटर पर अजयपाल सिंह नाम से @ADhamena यूजर लिख रहे है कि 'जिहादी,वामपंथी तथाकथित पत्रकार आज सभी बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी के पीछे पड़ गए है जानते है क्यों। वो राष्ट्रवाद की बात कर रहे है ईसाई धर्मांतरण की कई लोगों की फ़ैक्टरी बंद हो गयी लेकिन अब हिंदू जाग गया है और देश का हर सनातनी हिंदू आपके साथ है। जय बालाजी'
ट्वीटर पर एक अन्य यूजर सत्यजीत वर्मा सुमन्त (@satyajeetbjp1) लिखते है कि 'आस्था से कोई समझौता नहीं! जब तक शरीर में प्राण है तब तक , मैं बागेश्वर धाम सरकार के साथ हूं! जय बालाजी महाराज #बागेश्वर_धाम'
सोशल मीडिया पर लिखते हुए पत्रकार शुभम शुक्ला ने कहा कि 'मीडिया चैनलों में एंकर खुलेआम बागेश्वर धाम के लिए तू-तड़ाक कर रहे हैं, ढोंगी पाखंडी जैसे शब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं. मीडिया वालों को इससे बाज आना चाहिए. विरोध के लिए भी एक गरिमामयी कवरेज दें, शब्दों का सही चयन करें...आपकी कवरेज सरेआम बता रही है कि प्रोपोगेंडा चला रहे हैं..'
दिल्ली में बीजेपी के नेत कपिल मिश्रा ने ट्वीट करते हुए लिखा- 'बाग़ेश्वर धाम महाराज के ख़िलाफ़ हमलें होने ही है उन्होंने धर्म परिवर्तन को रोकने का काम किया है, वो व्यास पीठ से समाज और धर्म के सामने खड़ी चुनौतियों से लड़ने का आह्वान कर रहे हैं देश विरोधी और हिंदू विरोधी गैंग के पेट में दर्द होना ही था जिन्हें श्रद्धा नहीं वो मत सुनो'
मध्य प्रदेश के दमोह में बागेश्वर धाम सरकार में 25 दिसंबर को पहुंचे करीब 300 लोगों ने ईसाई धर्म छोड़कर एक बार फिर से हिंदू धर्म अपना लिया था। दरअसल, हिंदू संगठन के लोगों ने एक आयोजन कर लोगों को हिंदू रीति-रिवाजों से घर वापसी कराई थी। यहीं कारण है कि सोशल मीडिया के उपर लोगों द्वारा धीरेंद्र शास्त्री को लेकर मिशनरियों द्वारा साजिश करके बदनाम करने का आरोप लगाया जा रहा है।