Chinese Visa Scam: देश में इस समय ED लगातार छापेमारी पर छापेमारी कर रही है। अब ईडी की एक टीम ने चीनी नागरिकों को वीजा जारी करने के मामले में शुक्रवार यानि 05 जुलाई को तमिलनाडु में करीब आधा दर्जन जगहों पर छापेमारी की।
ईडी के अनुसार इस मामले में पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम के बेटे और कांग्रेस सांसद कार्ति चिदंबरम का नाम भी सामने आ रहा है। कार्ति चिंदबरम पर चीनी नागरिकों को वीजा जारी करने के लिए रिश्वत लेने के आरोप लग रहे है, जिसकी जांच ED कर रही है।
ईडी की ओर से शुक्रवार को की गई कार्रवाई में चेन्नई और आसपास के इलाकों में कुछ कंपनियों और उनके प्रमोटरों के ठिकानों पर छापेमारी की गई। ईडी ने इसी मामले में सीबीआई द्वारा दर्ज प्राथमिकी का संज्ञान लेते हुए मई में जांच शुरू की थी। जिसके बाद प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत मामला दर्ज किया गया था।
हाल ही में सीबीआई ने चिदंबरम परिवार के परिसरों पर छापा मारा था। इसके साथ ही मामले में एक अन्य आरोपी भास्कर रमन को गिरफ्तार किया गया था।
दरअसल कार्ति चिदंबरम तमिलनाडु के शिवगंगा से कांग्रेस सांसद हैं। उन्होंने इस मामले में अपने ऊपर लगे आरोपों का खंडन करते हुए और अपना बचाव करते हुए कहा है कि उन्होंने आज तक किसी चीनी नागरिक को वीजा नहीं दिया है।
मामले में सीबीआई की रिपोर्ट में कहा गया है कि कार्ति और उनके करीबी एस भास्कररमन को वेदांत समूह की कंपनी तलवंडी साबो पावर लिमिटेड (टीएसपीएल) के एक अधिकारी ने रिश्वत के रूप में 50 लाख रुपये का भुगतान किया था।
यह कंपनी पंजाब में पावर प्लांट लगा रही है। सीबीआई के मुताबिक बिजली संयंत्र लगाने का काम एक चीनी कंपनी कर रही थी जो अपने निर्धारित समय से पीछे चल रही थी।
सीबीआई द्वारा दर्ज की गई प्राथमिकी के अनुसार, टीएसपीएल के एक कार्यकारी ने 263 चीनी श्रमिकों को परियोजना वीजा फिर से जारी करने की मांग की थी, जिसके लिए कथित तौर पर 50 लाख रुपये का आदान-प्रदान किया गया था।