केंद्र सरकार ने 18 से 59 आयु वर्ग के सभी लोगों को बूस्टर प्रिकॉशन डोज (Coronavirus booster shots) लगाने की मंजूरी दे दी है। लेकिन वैक्सीन पाने वालों को अब खुराक के लिए अपनी जेब से भुगतान करना होगा। केंद्र सरकार ने राज्य सरकारों को इस आयु वर्ग के लिए मुफ्त खुराक देने से मना कर दिया है।
ऐसे में जो भी व्यक्ति अब वैक्सीन की डोज लगवाना चाहते हैं तो उसके लिए प्राइवेट सेंटर जाना होगा। जहां उसे एक डोज के लिए 386 रुपए देने होंगे। (Paid Covid Booster Dose) राजस्थान स्वास्थ्य विभाग के परियोजना निदेशक (वैक्सीनेशन) डॉ. रघुराज सिंह के अनुसार केंद्र सरकार ने 18 से 59 आयु वर्ग के लोगों के लिए मुफ्त बूस्टर डोज नहीं दी है।
इसलिए इस आयु वर्ग के लोगों को प्रदेश के किसी भी सरकारी केंद्र पर फ्री डोज नहीं दी जाएगी। इसके लिए इस आयु वर्ग के लोगों को प्राइवेट सेंटर पर ही जाना होगा।
हालांकि केंद्र सरकार ने दरें तय कर दी हैं। वैक्सीन के लिए 225 रुपये के अलावा 11.25 रुपये (5 फीसदी की दर से जीएसटी) और वैक्सीन के सर्विस चार्ज के लिए 150 रुपये देने होंगे। यानी कुल मिलाकर एक खुराक के लिए एक व्यक्ति को 386 रुपये देने अदा करने होंगे।
फिलहाल केंद्र सरकार स्वास्थ्य देखभाल कर्मी और फ्रंट लाइन वर्कर्स के साथ 60 वर्ष और उससे अधिक आयु वर्ग के लोगों को मुफ्त प्रिकॉशन डोज लगाई जा रही है। इन खुराकों को वर्तमान में सभी सरकारी केंद्रों पर लागू किया जा रहा है। इसके अलावा 12 से 59 वर्ष के आयु वर्ग को पहली और दूसरी खुराक नि:शुल्क दी जा रही है।
राजस्थान में 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के वैक्सीनेशन की स्थिति पर नजर डालें तो मौजूदा समय में 85 प्रतिशत लोगों ने दोनों डोज लगवा ली हैं। केंद्र सरकार ने राज्य में इस आयु वर्ग के 5 करोड़ 14 लाख 95,402 लोगों की पहचान की है, जिनमें से 4.35 करोड़ से अधिक लोगों को टीके की दोनों डोज लग चुकी हैं। जिलेवार स्थिति पर नजर डालें तो प्रतापगढ़ और बूंदी ऐसे जिले हैं जहां 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग का टीकाकरण पूरा हो चुका है।
सरकार ने 18 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लिए रोकथाम खुराक के लिए 39 सप्ताह का नियम लागू किया है। यानी जिस व्यक्ति की वैक्सीन की दूसरी डोज 273 दिन या इससे ज्यादा हो चुकी है, उसे वैक्सीन की डोज मिल सकेगी। इसके लिए उचित पंजीकरण होगा। राजस्थान में 11 अप्रैल तक 18 से 59 वर्ष आयु वर्ग के 178 लोगों को ऐहतियाती खुराक दी गई है।