Kulgam Encounter: दक्षिण कश्मीर के कुलगाम जिले के रेडवानी इलाके में 5 अगस्त को आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ शुरू हो गई। इलाके में दो से तीन आतंकियों के छिपे होने की खबर है। आतंकियों की फायरिंग का जवाब देने से पहले सुरक्षाबलों ने भी उन्हें सरेंडर करने को कहा लेकिन उन्होंने हथियार डालने से इनकार करते हुए सुरक्षाबलों पर फायरिंग जारी रखी। फिलहाल दोनों तरफ से फायरिंग का सिलसिला जारी है।
इससे पूर्व 4 अगस्त को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आंतकियों की ओर से किए गए हमले में एक प्रवासी मजदूर की मौत हो गई। जबकि दो अन्य घायल है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार एसओजी के जवानों ने सेना और सीआरपीएफ के जवानों के साथ मिलकर एक सूचना के आधार पर रेडवानी इलाके में तलाशी अभियान चलाया। वहां छिपे आतंकियों ने सुरक्षा बलों को अपने पास आते देखा तो उन पर फायरिंग शुरू कर दी।
जवानों ने जवाबी कार्रवाई से पहले आतंकियों से हथियार डालने को कहा, लेकिन जब उन्होंने हथियार डालने से इनकार किया तो सुरक्षाबलों ने भी जवाबी फायरिंग शुरू कर दी। फिलहाल दोनों तरफ से फायरिंग जारी है। इलाके में दो से तीन आतंकियों के छिपे होने की खबर है।
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 4 अगस्त को आतंकियों के ग्रेनेड हमले में एक प्रवासी मजदूर की मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए।
कश्मीर जोन की पुलिस के मुताबिक, पुलवामा के गदूरा इलाके में बाहर से आए मजदूरों पर आतंकियों ने ग्रेनेड फेंके। जिसमें एक मजदूर की मौत हो गई, जबकि दो अन्य घायल हो गए।
सुरक्षा बलों ने पूरे इलाके को घेर लिया और तलाशी अभियान शुरू कर दिया। हालांकि आतंकवादियों ने इस साल की शुरुआत में गैर-स्थानीय मजदूरों पर हमले बढ़ाए थे, लेकिन पिछले दो महीनों में इस तरह के हमलों में कमी आई थी।
मृतक मजदूर की पहचान बिहार के सकवा परसा निवासी मोहम्मद मुमताज के रूप में हुई है। घायलों की पहचान बिहार के रामपुर निवासी मोहम्मद आरिफ और मोहम्मद मजबूल के रूप में हुई है। फिलहाल दोनों की हालत स्थिर बताई जा रही है।
यह आतंकी हमला जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने की बरसी यानी 5 अगस्त से ठीक एक दिन पहले हुआ है। 2019 में केंद्र सरकार ने राज्य के विशेष दर्जे को समाप्त करते हुए अनुच्छेद 370 को हटा दिया था, जिससे घाटी में लंबे समय तक तनाव बना रहा।