Loan Interest Rate: अगर आप देश के बड़े निजी बैंक एचडीएफसी से लोन लेने की योजना बना रहे हैं तो अब आपको बढ़ी हुई दरों के हिसाब से EMI चुकानी होगी। क्योंकि एचडीएफसी बैंक ने लोन की दरों में 25 बीपीएस तक की बढ़ोतरी कर दी है। और ये बढ़ी हुई ब्याज दरें 7 जनवरी 2023 से लागू रहेंगी।
निजी क्षेत्र के कर्जदाता एचडीएफसी बैंक ने कोष आधारित उधार दर (Loan Rate) (एमसीएलआर) की अपनी सीमांत लागत में वृद्धि की है। एचडीएफसी बैंक की वेबसाइट के अनुसार, 7 जनवरी, 2023 से प्रभावी, ओवरनाइट एमसीएलआर अब पहले के 8.30% से 8.55% है, जो 20 आधार अंकों (बीपीएस) की वृद्धि है।
बता दें कि तीन महीने और छह महीने की एमसीएलआर दर 8.35 फीसदी से 8।60 और 8।45 फीसदी से 8.70 फीसदी होगी। एक साल का MCLR, जो कई उपभोक्ता कर्जों से जुड़ा है, अब 8.60% से 8.85% होगा, दो साल का MCLR 8.70% से 8.95% होगा, और तीन साल का MCLR पहले के 8.80% से 9.05% होगा। ।
एचडीएफसी बैंक ने सभी लोन अवधियों (बीपीएस) में अपने एमसीएलआर में 25 आधार अंकों की वृद्धि की। जिससे अब घर, ऑटो, व्यक्तिगत और अन्य लोन अधिक महंगे हो जाएंगे और बैंक ग्राहकों को विभिन्न प्रकार के लोन के लिए हर महीने भुगतान करने वाली ईएमआई में भी बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। अन्य बैंकों ने पहले ही रेपो रेट से जुड़े होम लोन उठाना शुरू कर दिया है।
अगर आप 30 लाख रुपए का लोन 20 साल के लिए लेते हैं तो अब आपको 8।86 प्रतिशत ब्याज दर के हिसाब से 26703 रुपए की ईएमआई हर महीने चुकानी होगी। जो कि पहले आपको 8।6 प्रतिशत के हिसाब से 26,225 रुपए हर महीने ईएमआई देनी होती थी। अब 30 लाख रुपए के लोन पर आपकी ईएमआई में 478 रुपए की बढ़ोतरी हो जाएगी।
अगर 50 लाख रुपए का लोन 20 साल के लिए लेते हैं तो अब आपको 8।86 प्रतिशत ब्याज दर के हिसाब से 43708 रुपए की ईएमआई हर महीने चुकानी होगी। जो कि पहले आपको 8.6 प्रतिशत के हिसाब से 44505 रुपए हर महीने ईएमआई देनी होती थी। अब 50 लाख रुपए लोन पर आपकी ईएमआई में 797 रुपए की बढ़ोतरी हो जाएगी।
बता दें कि इससे पहले आईसीआईसीआई बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, पीएनबी और केनरा बैंक सहित कई बैंकों ने दिसंबर में ही अपनी उधार दरें बढ़ा दी हैं। यह याद रखना महत्वपूर्ण है कि होम लोन वाले घर के मालिकों के लिए, आपके ईएमआई भुगतान में वृद्धि तभी अधिक होगी, जब आपके लोन की रीसेट तिथि निकट आएगी। रीसेट तिथि पर, बैंक वर्तमान एमसीएलआर के आधार पर आपके बंधक पर ब्याज दर में वृद्धि करेगा। एमसीएलआर-आधारित होम लोन अक्सर बैंकों द्वारा एक साल की एमसीएलआर दर से बंधे होते हैं।