देश की राजधानी दिल्ली में मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आया है। इस मरीज का कोई विदेश ट्रेक नहीं है। इससे पहले केरल में मंकीपॉक्स के तीन मरीज मिल चुके हैं। यहां 14 जुलाई को मंकीपॉक्स के पहले मामले की पुष्टि हुई थी। उसके बाद दूसरा मामला 18 जुलाई और तीसरा मामला 22 जुलाई को सामने आया था। ये तीनों मरीज यूएई से लौटे थे और वहां ये एक संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आए।
दिल्ली में मिला नया मरीज मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज में भर्ती है । स्वास्थ्य मंत्रालय ने 31 वर्षीय व्यक्ति में संक्रमण की पुष्टि करते हुए कहा है कि उसकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है। यानी अब तक मिले चार मरीजों में यह पहला ऐसा मामला है, जिनकी कोई ट्रैवल हिस्ट्री नहीं है । इस मरीज को तेज बुखार और त्वचा पर घाव होने के बाद अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
इससे पहले 14 जुलाई को केरल में मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आया था। मंकीपॉक्स के पहले मामले की पुष्टि केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने खुद की थी। मरीज यूएई से लौटा था। मंकीपॉक्स के लक्षण दिखने पर उसे केरल के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इस मामले के ठीक चार दिन बाद यानी 18 जुलाई को केरल में दूसरे मामले की पुष्टि हुई। यह शख्स भी दुबई से लौटा था। इसके बाद 22 जुलाई को तीसरे मामले की पुष्टि हुई। तीनों के मामलों में यूएई कनेक्शन का खुलासा हुआ था। इन मरीजों के संपर्क में आए लोगों पर नजर रखी जा रही है।