भारत में भी जानलेवा हुआ मंकीपॉक्स, केरल में देश की पहली मौत, 78 देशों में फैल चुका, यूरोप और यूएस में हालात गंभीर

भारत के केरल राज्य में मंकीपॉक्स से पहली मौत का मामला सामने आने के बाद अब डर का माहौल बन रहा है । संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा करके भारत लौटा था युवक। पूरे विश्व में अब-तक मंकीपॉक्स के 18 हजार से ज्यादा मामले आ चुके।
भारत में भी जानलेवा हुआ मंकीपॉक्स, केरल में देश की पहली मौत, 78 देशों में फैल चुका, यूरोप और यूएस में हालात गंभीर

पूरे विश्व में अपना खौफ पसार चुके मंकीपॉक्स का कहर अब भारत में भी देखने को मिल रहा है । 30 जुलाई को देश में मंकीपॉक्स के कारण केरल के त्रिशूर में एक युवक की मौत हो गई हैं। युवक की मौत के बाद उसकी जांच रिपोर्ट में मंकीपॉक्स की पुष्टि हुई है। जिसके बाद से स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है। अभी तक विश्व के कुल 78 देश इसकी चपेट में आ चुके है । विश्वभर में तेजी से मंकीपॉक्स के मामलें बढ़ रहे है, अभी तक इन की सख्या 18 हजार को पार कर चुकी है। देश में भी चार मामले सामने आ चुके है।

देश में मंकीपॉक्स से पहली मौत

दरअसल, केरल के त्रिशूर में शनिवार को एक 22 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई। मृतक में मंकीपॉक्स के लक्षण पाए गए थे और वह हाल ही में संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा करके भारत लौटा था। भारत आने से पहले यूएई में युवक की स्क्रीनिंग की गई। वहां पर जांच में मंकीपॉक्स होने की पुष्टि हुई थी। युवक 22 जुलाई को भारत पहुंचा था। उसे 27 जुलाई को अस्पताल में भर्ती कराया गया। 30 जुलाई शनिवार को युवक की मौत के बाद उसके परिजनों ने यूएई में हुई जांच की रिपोर्ट अस्पताल को सौंपी, जिसके बाद विभाग हैरान रह गया। इसके बाद दोबारा युवक के सैंपल लिए गए।

14 जुलाई को केरल में मंकीपॉक्स का पहला मामला आया सामने

इससे पहले 14 जुलाई को केरल में मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आया था। मंकीपॉक्स के पहले मामले की पुष्टि केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने खुद की थी। मरीज यूएई से लौटा था। मंकीपॉक्स के लक्षण दिखने पर उसे केरल के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था। पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी में उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। इस मामले के ठीक चार दिन बाद यानी 18 जुलाई को केरल में दूसरे मामले की पुष्टि हुई। यह शख्स भी दुबई से लौटा था। इसके बाद 22 जुलाई को तीसरे मामले की पुष्टि हुई। तीनों के मामलों में यूएई कनेक्शन का खुलासा हुआ था। इन मरीजों के संपर्क में आए लोगों पर नजर रखी जा रही है। इसके बाद देश की राजधानी दिल्ली में 14 जुलाई को मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आया था । आश्चर्य की बात थी कि इस मरीज का कोई विदेश ट्रेक नहीं है।

विश्वभर में तेजी से फैल रहा मंकीपॉक्स

मंकीपॉक्स लगातार विश्वभर में फैल रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के मुताबिक, मंकीपॉक्स दुनिया के 78 देशों में फैल चुका है। दुनिया में अगर इससे संक्रमितों की बात करें तो अभी तक लगभग 18 हजार के पार मामलों की सख्या हो चुकी है। जिसमें 70 फीसदी से ज्यादा मामले यूरोपियन रीजन से और 25 फीसदी केस यूएस रीजन से हैं।

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