NIA और ED की कार्रवाई से बौखलाया PFI: सबूतों के बावजूद सड़क पर उत्पात; 70 बसों में तोड़-फोड़

NIA केै द्वारा की गई कार्रवाई के बाद केरल सहित देश के कई हिस्सों में PFI के कार्यकर्ता हिंसक प्रर्दशन पर उतर आये है। पुलिस के अनुसार, कोल्लम में मोटरसाइकिल सवार पीएफआई कार्यकर्ताओं ने दो पुलिसकर्मियों पर हमला किया। पीएफआई के प्रदर्शन को देखते हुए राज्य सरकार ने पुलिस बल की अतिरिक्त तैनाती की है।
NIA और ED की कार्रवाई से बौखलाया PFI: सबूतों के बावजूद सड़क पर उत्पात; 70 बसों में तोड़-फोड़
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15 राज्यों में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के 93 ठिकानों पर NIA की छापेमारी के बाद PFI ने शुक्रवार को केरल बंद का आह्वान किया है। एनआईए के छापे का विरोध कर रहे संगठन के कार्यकर्ता हिंसक प्रर्दशन कर रहे है। पीएफआई कार्यकर्ताओं ने राजधानी तिरुवनंतपुरम और कोयट्टम में सरकारी बसों और वाहनों में तोड़फोड़ की।

पीएफआई बंद के बाद दो बड़ी अपडेट

  • केरल उच्च न्यायालय ने राज्यव्यापी बंद का आह्वान करने के लिए पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के नेताओं के खिलाफ स्वत: संज्ञान लेते हुए कार्रवाई की है। केरल हाई कोर्ट के आदेश के मुताबिक बिना इजाजत कोई बंद नहीं बुला सकता है। कोर्ट ने आदेश में यह भी कहा कि गिरफ्तारी के बाद इस तरह का प्रदर्शन उचित नहीं है।

  • कांग्रेस ने गुरुवार को भारत जोड़ो यात्रा रोक दी है। इस पर भाजपा ने तंज कसते हुए कहा कि पीएफआई और इस्लामिक जिहादी संगठनों ने आज हड़ताल का आह्वान किया और कांग्रेस ने आज अपनी पदयात्रा रोक दी।

70 सरकारी बसों में तोड़-फोड़

राज्य के विभिन्न हिस्सों में लगभग 70 सरकारी बसों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया, कई जगहों पर बम फेंके गए और कन्नूर (उत्तरी केरल) में आरएसएस कार्यालय पर बदमाशों ने हमला किया।

कन्नूर में एक पीएफआई कार्यकर्ता को जिंदा बम के साथ पकड़ा गया है। हिंसा के सिलसिले में 200 से अधिक पीएफआई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। कुछ जगहों पर एंबुलेंस पर पथराव भी किया गया। हिंसा में 12 बस यात्री और छह चालक घायल हो गए।

केरल से बंगाल तक छापेमारी, 106 गिरफ्तार

गुरुवार को एनआईए ने ईडी के साथ उत्तर प्रदेश, केरल, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना, तमिलनाडु, असम, महाराष्ट्र, बिहार, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, पुडुचेरी, ओडिशा और राजस्थान में छापेमारी की। एनआईए के 300 से ज्यादा अधिकारी छापेमारी में शामिल थे। इस दौरान जांच एजेंसी ने 106 पीएफआई कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया।

देशभर में PFI पर छोपेमारी की तीन बड़ी वजह

  • राज्यों में टेरर फंडिंग के आरोप: एनआईए के अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु और हैदराबाद में आतंकी गतिविधियों को बढ़ाने के लिए बड़ी संख्या में टेरर फंडिंग की गई है. जांच एजेंसी ने लिंक चेक करने के बाद यह कार्रवाई की है।

  • प्रशिक्षण शिविर लगाने का आरोप: सूत्रों के अनुसार एनआईए को जानकारी मिली थी कि पीएफआई पिछले कुछ महीनों से कई राज्यों में बड़े पैमाने पर प्रशिक्षण शिविर आयोजित कर रहा है. इसमें लोगों को हथियार चलाने की ट्रेनिंग देने के साथ-साथ ब्रेनवॉश भी किया जा रहा था.

  • फुलवारी शरीफ का लिंक : पटना के पास फुलवारी शरीफ में मिले आतंकी मॉड्यूल को लेकर जुलाई में भी छापेमारी की गई है. फुलवारी शरीफ में पीएफआई के सदस्यों के पास से इंडिया 2047 नाम का एक 7 पेज का दस्तावेज भी मिला है। इसमें अगले 25 वर्षों में भारत को मुस्लिम राष्ट्र बनाने की योजना थी।

छापेमारी में क्या-क्या बरामद हुआ अबतक

200 से अधिक पीएफआई संदिग्धों के सभी डोजियर ऑपरेशन में शामिल टीमों को सौंपे गए हैं। जिसमें 150 से अधिक मोबाइल, 50 से अधिक लैपटॉप, आपत्तिजनक सामग्री, दस्तावेज, विजन दस्तावेज, नामांकन फॉर्म, बैंक विवरण आदि शामिल हैं। एनआईए और एजेंसियों ने संदिग्धों को पकड़ने के लिए अपने-अपने स्थानों पर स्पॉटर लगाए हैं। छापेमारी कर सभी वरिष्ठ अधिकारी अपने कार्यालयों को लौट गए हैं।

पीएफआई ने इंदौर में फंडिंग के लिए लगाए थे बैनर

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने इंदौर के पीएफआई के संदिग्ध अधिकारियों को गिरफ्तार किया, पुलिस का खुफिया विभाग लंबे समय से उन पर नजर रख रहा था।

ईद पर पीएफआई ने जेल में बंद लोगों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया था। 3 मई को ईद के मौके पर सदर बाजार ईदगाह के बाहर पीएफआई के सदस्यों ने फंडिंग के लिए बैनर और पोस्टर भी लगाए।

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