Ram Mandir: शिवसेना यूबीटी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने रविवार को दावा किया कि राम मंदिर के उद्घाटन समारोह में शामिल होने वाले लोगों के लौटने के साथ 'गोधरा जैसी' स्थिति पैदा हो सकती है।
इसका मतलब है कि जब लोग उद्घाटन समारोह से वापस आएंगे, तो उनके साथ दुर्घटना होने की संभावना है, जैसे कि 2002 में गुजरात के गोधरा में हुआ था, जब साबरमती एक्सप्रेस में अयोध्या से लौट रहे कारसेवकों पर हमला किया गया था और उनके ट्रेन कोच में आग लगा दी गई थी।
उद्धव ठाकरे ने इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की आलोचना की और कहा कि उनके पास लोगों के आदर्श के रूप में विश्वसनीय आइकन नहीं हैं, जबकि वे सरदार पटेल और नेताजी सुभाष चंद्र बोस के दिग्गज व्यक्तित्वों का इस्तेमाल करते हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस अब उनके पिता बाल ठाकरे की विरासत पर दावा करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उनकी अपनी कोई विशेष उपलब्धियां नहीं हैं।
शिवसेना यूबीटी के सुप्रीमो उद्धव ठाकरे ने कहा है कि राम मंदिर से लौट रहे भक्तों के साथ गोधरा जैसा कांड हो सकता है, इस पर अयोध्या के आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा है कि उद्धव राम भक्तों को डरा रहे हैं।
उन्होंने कहा है कि सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम है, कोई पत्ता भी नहीं हिला सकता है। सतपाल मलिक, प्रशांत भूषण, उद्धव ठाकरे, ये तीनों डराने का काम कर रहे हैं। तीनों ने ही इस तरह के बयान दिए हैं। तीनों बैठकर बोले हैं कि बीजेपी, RSS दंगा कराएगी।
इस प्रकार का कहना बिल्कुल गलत है, यहाँ इस तरह की फोर्स लगी है कि कोई बाल भी बांका नहीं हो सकता, सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गए है कि कोई पत्ता भी नहीं हिल सकता।
तीन दशक बाद समाप्त हुए रामलला का बहुप्रतीक्षित मंदिर निर्माण का काम शुरू हो गया था अब जल्द ही राम मंदिर के लिए भक्तों का इंतज़ार भी ख़त्म होने वाला है।
22 जनवरी में रामलला को उनके भव्य मंदिर में विराजमान किया जाएगा, ऐसे में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट मंदिर की भव्यता के लिए लगातार काम कर रहा है।