Ramnavami Riots: गुरुवार को पूरे भारतवर्ष में रामनवमी का त्यौहार बड़े धूमधाम से मनाया गया। लेकिन कुछ मजहबी नुमाइंदों को हिन्दू त्यौहार हज़म नहीं होते हैं इसलिए वे धार्मिक जुलूसों पर पथराव और आगजनी जैसी घटनाओं को अंजाम देते हैं और साम्प्रदायिक दंगे भड़काने का प्रयास करते हैं।
पिछले साल की तरह इस बार भी रामनवमी के अवसर पर देश के कई शहरों जैसे गुजरात के बडोदरा, महाराष्ट्र के क्षत्रपति संभाजीनगर-जलगांव, पश्चिम बंगाल के हावड़ा-इस्लामपुर, कर्नाटक और लखनऊ से पथराव और आगजनी की घटनाएं सामने आई है। इन हिंसक घटनाओं में पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र के दो शख्स की मौत भी हो गई।
पहली घटना- गुरुवार दोपहर फतेहपुरा क्षेत्र में रामनवमी की शोभा यात्रा निकाली गई थी। जैसे ही यात्रा इलाके की एक मस्जिद के पास पहुँची, किसी बात को लेकर दो पक्षों में विवाद हो गया। देखते-देखते मस्जिद के पास से जुलूस में शामिल श्रद्धालुओं पर पत्थरबाजी शुरू हो गई।
दूसरी घटना- शाम को नजदीकी कुंभरवाड़ा में हुई। पुलिस के मुताबिक, फतेहपुरा क्षेत्र में हुई घटना में कोई घायल नहीं हुआ, जबकि कुंभरवाड़ा में रामनवमी के जुलूस पर हुए पथराव में एक महिला समेत कुछ लोग घायल हो गए। पंजरीगर मोहल्ले के जुलूस का आयोजन विश्व हिंदू परिषद (VHP) ने किया था। वहीं, दूसरा जुलूस स्थानीय निवासियों द्वारा आयोजित किया गया था।
जब शोभा यात्रा शांतिपूर्वक गुजर रही थी, तो कुछ लोगों ने अचानक हम पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया। कुछ महिलाएं घायल हो गईं। कुछ घायलों ने बताया कि पत्थर पास की छतों से फेंके गए थे।
मनीषा वकील, स्थानीय भाजपा विधायक
पहली घटना- मंगलवार रात महाराष्ट्र के जलगांव में एक धार्मिक जुलूस पालधी गांव से गुजर रहा था, जिसमें DJ भी बज रहा था। पालधी में एक मस्जिद के सामने से निकलते समय मुस्लिम लोगों के एक समूह ने डीजे बंद कराने को कहा। लेकिन दोनों गुटों में कहासुनी के बाद झगड़ा हो गया। और इसी बीच पथराव शुरू हो गया।
पुलिस का कहना है कि दोनों पक्षों के बीच पथराव हुआ लेकिन जल्द ही व्यवस्था बहाल कर दी गई। दंगा करने और सरकारी अधिकारियों पर हमले के आरोप में अब तक दो मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें कई लोगों को नामजद किया गया है।
दूसरी घटना- महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर (पुराना नाम औरंगाबाद) के किराडपुरा इलाके में बुधवार रात दो गुटों के बीच शुरू हुआ झगड़ा पथराव में बदल गया। मजहबियों की एक समूह ने मंदिर की ओर पथराव शुरू कर दिया। कुछ लोग जान बचाने के लिए मंदिर में घुसे, उन पर भी हमला किया गया।
लोगों ने पुलिस को बुलाया, लेकिन जब तक पुलिस आई, तब तक आगजनी शुरू हो चुकी थी। मंदिर के सामने खड़े पुलिस वाहन को दंगाइयों ने आग लगा दी। पुलिस ने लाठी चार्ज कर भीड़ को तितर-बितर किया। आंसू गैस के गोले भी छोड़े। ये हिंसा रात 11.30 बजे शुरू हुई और तड़के 3.30 बजे तक जारी रही। पथराव में 10 पुलिसकर्मी समेत 12 लोग घायल हुए।
पहला मामला- पश्चिम बंगाल में उत्तर दिनाजपुर जिले के इस्लामपुर शहर के दालखोला इलाके में रामनवमी के जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच झड़प हो गई। मुस्लिम बहुल इलाके में हुई इस झड़प में एक शख्स की मौत हो गई जबकि 5-6 पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। पुलिस ने आंसू गैस की मदद से लोगों को वहां से हटाया।
दूसरा मामला- पश्चिम बंगाल के हावड़ा में रामनवमी जुलूस के दौरान पिछली साल की तरह इस साल भी शोभयात्रा पर पथराव हुआ है। बताया जा रहा है कि हावड़ा के शिवपुर थाना अंतर्गत काजीपाड़ा इलाके में विश्व हिंदू परिषद और बंजरग दल की ओर से गुरुवार शाम में जब रामनवमी का जुलूस मुस्लिम बहुल बस्ती से गुजर रहा था, उस वक्त छतों से पथराव होने लगा, जिसके बाद हिंसा भड़क उठी। भीड़ ने आसपास के वाहनों और दुकानों में आगजनी की।
मुस्लिम बहुल इलाके में शोभा यात्रा से बचें, पहले ही चेताया था.. उन्होंने मार्ग क्यों बदल दिया? विशेष रूप से एक समुदाय को टारगेट करने और हमला करने के लिए अनधिकृत मार्ग क्यों चुना? भाजपा ने हमेशा हावड़ा, पार्क सर्कस और इस्लामपुर को निशाने पर रखा है।
ममता बनर्जी, मुख्यमंत्री
ममता ने भाजपा का नाम लिए बगैर कहा कि वे सांप्रदायिक दंगों के लिए राज्य के बाहर से गुंडे बुलाते रहे हैं। उनके जुलूसों को किसी ने नहीं रोका लेकिन उन्हें तलवारें और बुलडोजर लेकर मार्च करने का अधिकार नहीं है। हावड़ा में ऐसा करने की उनकी हिम्मत कैसे हुई?
कर्नाटक के हासन जिले के चन्नारायपटना कस्बे में रामनवमी का जुलूस निकालने को लेकर दो गुटों में हुई झड़प हो गई। इस दौरान दो लोगों की चाकू मारकर हत्या कर दी गई। यह घटना जामिया मस्जिद के पास हुई जब एक समूह ने जुलूस का विरोध किया जिसके बाद दूसरे समूह के साथ झड़प हो गई, जिसमें दो लड़कों को चाकू मार दिया गया।
पहला मामला- उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी मस्जिद के सामने शोभायात्रा पर पत्थरबाजी की घटना सामने आई। इस विवाद में शामिल एक गाड़ी में तोड़फोड़ की गई। पीड़ित पक्ष ने मुस्लिम महिलाओं द्वारा पत्थर फेंके जाने का आरोप लगाया है।
दूसरा मामला- लखनऊ स्थित भीमराव अंबेडकर यूनिवर्सिटी (BBAU) में छात्रों के गुट के बीच भी झड़प हुई थी। यहां ABVP के छात्रों ने राम नवमी पर जुलूस निकाला था। दूसरे गुट ने इसका विरोध किया, जिस पर झड़प हो गई। बाद में दोनों गुटों ने VC से कार्रवाई की मांग की। हालांकि, यह मामला पुलिस तक नहीं पहुंचा है।