झारखंड के दुमका जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। शहर थाना क्षेत्र के जारूवाडीह निवासी इंटरमीडिएट की छात्रा अंकिता सिंह की शनिवार देर रात रिम्स में इलाज के दौरान मौत हो गयी।
अंकिता नाबालिग थी। 23 अगस्त को एकतरफा प्यार में पागल प्रेमी शाहरुख हुसैन ने खिड़की से अंकिता पर पेट्रोल डालकर आग लगा दी।
इस घटना में वह गंभीर रूप से झुलस गई थी। पहले उसका दुमका के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज हुआ।
बाद में हालत गंभीर होने पर रिम्स रेफर कर दिया गया। शनिवार देर रात रिम्स में अंकिता ने दम तोड़ दिया।
मानवता को शर्मसार करने वाली इस घटना से जहां पूरा झारखंड स्तब्ध है, वहीं झारखंड के राजनेताओं को देखिए।
मुख्यमंत्री स्वयं दुमका क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं, एक भी विधायक या सत्ताधारी दल के मंत्री ने अंकिता की सुध नहीं ली।
आखिरकार अंकिता की तड़प-तड़प कर मौत हो गई।
अगर अंकिता का समय पर बेहतर इलाज होता तो शायद उसकी जान बचाई जा सकती थी।
लोगों का कहना है कि सत्ताधारी दल तो अपनी सत्ता बचाने में लगे हुए है।
अंकिता के परिवार के सदस्य अविनाश का आरोप है कि करीब 22 दिन पहले आरोपी ने घर पर पथराव किया था, जिससे खिड़की के शीशे टूट गए।
वह अंकिता को लगातार परेशान कर रहा था। अंकिता की दो बहनें और एक भाई है। पापा मार्केटिंग का काम करते हैं।
करीब डेढ़ साल पहले अंकिता की मां का निधन हो गया था। अविनाश ने आरोप लगाया है कि अंकिता ने इस लड़के से दोस्ती करने से इनकार कर दिया था।
शाहरुख हुसैन ने अंकिता की दोस्त से उसका मोबाइल नंबर हासिल किया था।
वह लगातार उस पर दोस्त बनने का दबाव बना रहा था।
दोस्त नहीं बनाने पर जान से मारने की धमकी भी दी थी।
नगर थाने का कहना है कि आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
इस मामले की जांच करने पहुंचे दुमका एसडीपीओ नूर मुस्तफा ने कहा कि मामला एकतरफा प्यार का है।
आरोपी शाहरुख के खिलाफ जरूरी कानूनी कार्रवाई की जा रही है।