उदयपुर हत्याकांड की जांच के दौरान देश में सक्रिय आतंक के बड़े नेटवर्क का पता चला है। इस हत्याकांड की तह तक पहुंचने में जुटी एजेंसियों ने देश में स्लीपर सेल के एक बड़े ग्रुप का खुलासा किया है।
इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) के अनुसार पाकिस्तान ने दावत – ए – इस्लामी के जरिए भारत में 2500 से ज्यादा लोगों का स्लीपर सेल का नेटवर्क खड़ा कर दिया है। हमले की जांच के दौरान एक बार फिर पड़ोसी मुल्क के नापाक इरादे साफ हो गए हैं।
ये देश में अब तक का सबसे बड़ा आतंकी नेटवर्क है। उदयपुर में कन्हैयालाल की हत्या करने वाले रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद भी इसी स्लीपर सेल का हिस्सा थे।
पाकिस्तान द्वारा दावत-ए-इस्लामी के जरिए इस स्लीपर सेल नेटवर्क को खड़ा किया गया है। इस नेटवर्क में ज्यादातर लोग राजस्थान, यूपी, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश, बिहार, गुजरात और केरल के हैं।
गौरतलब है कि हाल ही में 6 संदिग्ध आतंकियों को गिरफ्तार किया गया है जो कि पीएफआई और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया से जुडे हुए हैं और अब इन स्लीपर सेल के गिरोह के तार भी पीएफआई और एसडीपीआई से जुडे हुए पाए जा रहे हैं।
पीएफआई के स्लीपर सेल से जुड़े होने का खुलासा रियाज और गॉस की कॉल डिटेल से हुआ है । बता दें कि रियाज और गॉस की कॉल डिटेल में पाकिस्तान के 18 नंबर सामने आए हैं। इन नंबरो से देश के 25 राज्यों के 300 लोगों से पिछले कई सालों से बात की जा रही है। इन नंबरों को खंगालने पर 2500 लोग संदिग्ध लोगों की पहचान हुई है।
वहीं कल पटना में आतंक की पाठशाला का भी खुलासा हुआ है जहां युवाओं को आतंक की ट्रेनिंग दी जा रही थी। पटना में पीएफआई और एसडीपीआई से जुड़े 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है जो संदिग्ध आतंकी माने जा रहे हैं और इनकी प्लानिंग देश में कई जगह उदयपुर जैसे कांड को दोहराने की थी। पटना में चल रही इस ट्रेनिंग में मुस्लिम युवाओं का ब्रेनवॉश करके उन्हें हिन्दुओं के खिलाफ किया जा रहा था और हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जा रही थी।