देश की आमजनता से जुड़ा आम बजट आगामी 1 फरवरी 2022 को संसद में प्रस्तुत होगा। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इस साल अपना चौथा बजट देश के समक्ष रखने वाली हैं। वहीं ये मोदी गर्वनमेंट का सरकार का 10वां बजट होगा। बीते वित्त वर्ष में बजट में टैक्स स्लैब में कोई बदलाव नहीं किया गया था। ऐसे में इस बार उम्मीद है कि सरकार कोई बड़ी घोषणा कर सकती है। इसके अलावा, स्वास्थ्य, इंफ्रास्ट्रक्चर, रियल एस्टेट, रक्षा, हॉस्पिटैलिटी और एमएसएमई सेक्टर समेत अन्य क्षेत्रों के लिए कोरोना के दौर में बड़ी घोषणाएं और राहत पैकेज का एलान किया जा सकता है। यहां हम बजट 2022 से जुड़ी उन 22 उम्मीदों के बारे में बता रहे हैं जिसकी आम जनता को उम्मीद है।
जानकारों के अनुसार पॉलिसी प्रीमियम पर 5 प्रतिशत जीएसटी अधिक लोगों को बीमा योजनाओं को चुनने के लिए रुझान बढ़ा सकता है। एक्सपर्ट्स की मानें तो सरकार को डिजिटल हेल्थकेयर को बेहतर बनाने की जरूरत है। एक सटीक विकल्प यह हो सकता है कि प्रीमियम पर 5 प्रतिशत जीएसटी बनाकर स्वास्थ्य बीमा को यूजेबल बनाने पर सरकार की ओर से ध्यान केंद्रित हो।
विशेषज्ञों के अनुसार बजट 2022 में इससे जुड़ी पॉलिसीज को अपनाने और प्रतिबंधों में रियायत देकर फिनटेक इंडस्ट्रीज में इजाफे और सक्सेस को प्रोमोट किया जाना चाहिए।
क्योंकि एक मजबूत डेटा सिक्योरिटी सिस्टम के बिना एक बेहतर डिजिटल फ्रेमवर्क पूरा नहीं हो पाएगा। इस केंद्रीय बजट में इस पर सरकार को ध्यान देने की जरूरत है।
पिछले दो वर्षों में MSME सेक्टर को प्रॉडक्शन में गिरावट, नौकरियों का नुकसान, रैवेन्यू में कटौती जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ा है। ऐसे में एमएसएमई की सबसे बड़ी मांग है कि वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) की दरों पर एक बार फिर विचार किया जाए।
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