संत विजय दास ने राजस्थान में अवैध खनन मामले में आत्मदाह का प्रयास किया था, जिसके बाद इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई । विधायक वाजिब अली ने संत की मौत को प्रशासन की गलती के कारण हुए हुई है । प्रशासन को संत विजय दास से बात करनी चाहिए थी, तो वहीं हाल ही में विधायक भरत सिंह ने सीएम गहलोत को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि खनिज मंत्री प्रदेश के सबसे बड़े खनन माफिया हैं और उन्हें मंत्री पद से बर्खास्त किया जाए ।
भरतपुर में अवैध खनन के खिलाफ आत्मदाह करने वाले संत विजय दास की मौत के बाद राजस्थान की सियासत गरमा गई है । बीजेपी ने इस मौत के लिए गहलोत सरकार को जिम्मेदार ठहराया है । भाजपा की केंद्रीय टीम आज घटना स्थल का दौरा करने जा रही है। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने चार सदस्यीय टीम का गठन किया है जो घटना और संत की मौत के कारणों की जानकारी एकत्र करेगी और अपनी रिपोर्ट जेपी नड्डा को सौंपेगी ।
आज बीजेपी टीम दौरा करने जा रही है, उसमें बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह, यूपी बागपत के सांसद सत्यपाल सिंह, राजस्थान सीकर के सांसद स्वामी सुमेधानंद और बीजेपी के राज्यसभा सांसद बृजलाल शामिल हैं ।
संत विजय दास की मौत के बाद गहलोत सरकार बीजेपी के निशाने पर है, इसलिए पार्टी ने सीबीआई जांच और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की । वहीं राजस्थान में कांग्रेस विधायक ने राज्य के खनन मंत्री प्रमोद जैन भाया पर गंभीर आरोप लगाए हैं । कांग्रेस विधायक भरत सिंह ने अशोक गहलोत को पत्र लिखकर कहा है कि सरकार के सहयोग के बिना अवैध खनन असंभव है ।