भाजपा ने उपचुनाव के लिए आजमगढ़ और रामपुर सीट से उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। भाजपा ने आजमगढ़ से दिनेश लाल यादव निरहुआ को प्रत्याशी बनाया है। वहीं रामपुर से मुख्तार को टिकट नहीं देकर घनश्याम लोधी को प्रत्याशी बनाया है।
बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में भी भाजपा ने दिनेश लाल को आजमगढ़ से उतारा था लेकिन सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उनको यहां से हराया था। भाजपा ने दुबारा दिनेश लाल पर ही दांव खेला है।
गौरतलब है कि आजमगढ़ सीट अखिलेश यादव और रामपुर सीट आजम खान के लोकसभा सदस्य पद से इस्तीफे के बाद खाली हुई थी।
दिनेश लाल यादव निरहुआ ने अपनी दावेदारी की जानकारी ट्वीट कर दी है। उन्होनें ट्विटर पर अपने भोजपुरी अंदाज में कुछ पंक्तियां लिखकर ये घोषणा की है।
निरहुआ ने लिखा है जाति धरम न कवनो भरम, न कौवनौ मनबढ़ के लिए, कमल का बटन दबईह भैय्या, अपने आजमगढ़ के लिए। ये स्लोगन लिखकर उन्होनें जनता से भाजपा को जिताने की अपील की है।
सपा ने भी आजमगढ़ से अपने उम्मीदवार की घोषणा कर दी है। लेकिन रामपुर से अभी प्रत्याशी का नाम सामने नहीं आया है। सपा ने आजमगढ़ सीट पर दलित चेहरे पर दांव खेला है। आजमगढ़ से सुशील आनंद को मैदान में उतारा गया है। इधर मायावती ने गुड्डू जमाली पर खेल खेला है।
भाजपा ने 10 जून को होने वाले राज्यसभा चुनावों के लिए भी प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी है जिसमें कोई मुस्लिम नाम नहीं है। इधर मुख्तार अब्बास नकवी का राज्यसभा कार्यकाल समाप्त होने वाला है।
इसलिए कयास लगाए जा रहे थे कि रामपुर से उपचुनाव में मुख्तार अब्बास नकवी को उतारा जाएगा क्योंकि नकवी केन्द्रीय मंत्री हैं और मंत्री पद को बचाए रखने के लिए राज्यसभा सदस्यता कार्यकाल खत्म होने के 6 महीने के अंदर उन्हें सदन की सदस्यता ग्रहण करनी होगी नहीं तो उनका मंत्री पद चला जाएगा। ऐसे में मुख्तार अब्बास नकवी की साख दांव पर लगी है।
लोकसभा के साथ ही बीजेपी ने त्रिपुरा, आंध्र प्रदेश, दिल्ली और झारखंड विधानसभा उपचुनाव के लिए भी उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है। कुलमिलाकर बीजेपी ने सभी उपचुनावों के लिए अपने प्रत्याशियों की लिस्ट जारी कर दी है।