सचिन पायलट का गहलोत पर तंज बोले- बुजर्ग हैं, पिता तुल्य हैं, वे कभी कुछ बोले देते हैं तो मैं उसे अदरवाइज नहीं लेता

पायलट ने कहा- गजेंद्र सिंह शेखावत जी केंद्रीय मंत्री बने क्योंकि उन्होंने जोधपुर से लोकसभा चुनाव जीता था। हम सरकार में थे, फिर भी चुनाव हार गए। हमने यह गलती की। अगर हम उस लोकसभा चुनाव में सफल हुए होते, उसमें हम जीते होते तो वह मंत्री नहीं बन पाते
सचिन पायलट का गहलोत पर तंज बोले- बुजर्ग हैं, पिता तुल्य हैं, वे कभी कुछ बोले देते हैं तो मैं उसे अदरवाइज नहीं लेता
Updated on

सीएम अशोक गहलोत के इस बयान के बाद कि राजस्थान सरकार गिराने की साजिश में केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और सचिन पायलट मिले थे, कांग्रेस में पलटवार शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री के बयान के तीसरे दिन अब सचिन पायलट ने गहलोत पर तंज कसा है।

अशोक गहलोत जी अनुभवी हैं, बुज़ुर्ग हैं
सचिन ने कहा- आज से पहले भी मुख्यमंत्री ने मेरे बारे में जो कुछ कहा था। नाकारा- निकम्मा ऐसी बहुत सी बातें कही थीं, लेकिन देखो अशोक गहलोत जी अनुभवी हैं, बुज़ुर्ग हैं, वे एक पिता के समान हैं। अगर वह कभी कुछ कहते है, तो मैं उसे अदरवाइज में नहीं लेता। पायलट सोमवार को टोंक में मीडिया से बातचीत की।

सरकार में थे, फिर भी चुनाव हार गए

पायलट ने कहा- गजेंद्र सिंह शेखावत जी केंद्रीय मंत्री बने क्योंकि उन्होंने जोधपुर से लोकसभा चुनाव जीता था। हम सरकार में थे, फिर भी चुनाव हार गए। हमने यह गलती की। अगर हम उस लोकसभा चुनाव में सफल हुए होते, उसमें हम जीते होते तो वह मंत्री नहीं बन पाते। पायलट ने कहा कि अब 2024 में लोकसभा चुनाव आए तो जोधपुर में कांग्रेस की जीत होगी। सरकार में रहते हुए जो गलती की वह अब नहीं होगी।

जब से सरकार बनी है, मैं केवल एक ही बात कह रहा हूं कि सरकार दोहराई जाए। 2013 से पहले हमारी सरकार थी, जब नतीजे आए तो हम सिर्फ 21 विधायक रह गए। एक-दो विधायक कम होते तो नेता प्रतिपक्ष का पद नहीं मिलता। 50 सीटें हैं जो एससी/एसटी के लिए आरक्षित हैं, जिनमें से हमें केवल दो सीटें मिली हैं। पूरी कैबिनेट से सिर्फ 2 मंत्री ही जीतकर बाहर आए। उसके बाद हमने काम किया।
सचिन पायलट

मेरे सुझावों पर काम करना शुरू- पायलट

पायलट ने कहा- सोनिया गांधी लगातार राहुल गांधी से बात कर रही हैं कि सरकार कैसे दोहराई जाए। पार्टी ने मेरे सुझावों पर काम करना शुरू कर दिया है। विधानसभा चुनाव में डेढ़ साल हो गए हैं, अगर पार्टी और सरकार मिलकर काम करेंगे तो इसे दोहराएंगे। मेरा लक्ष्य कार्यकर्ताओं का सम्मान करना है। जब हम सत्ता से बाहर थे तब हम किस स्थिति में थे? ऐसे में हम उन लोगों को कैसे भूल सकते हैं जिन्होंने पार्टी के लिए सब कुछ किया। अगर कोई बीजेपी को सत्ता से बाहर रखने का काम करेगा तो हम ही करेंगे।

मेरे पेशेंस को राहुल गांधी ने ए​प्रिसिएट किया

पायलट ने कहा- कुछ दिन पहले दिल्ली में कार्यक्रम हो रहा था। हमारे पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंच से मेरे धैर्य की प्रशंसा की थी। राहुल गांधी को मेरा धैर्य पसंद है, इसलिए किसी को भी उनके बयान से बेवजह परेशान नहीं होना चाहिए। मेरे पेशेंस को राहुल गांधी ने ए​प्रिसिएट किया है तो इसके बाद बोलने के लिए कुछ नहीं रह जाता है ।

सचिन पायलट का गहलोत पर तंज बोले- बुजर्ग हैं, पिता तुल्य हैं, वे कभी कुछ बोले देते हैं तो मैं उसे अदरवाइज नहीं लेता
राजस्थान में राजनीतिक कलह, पायलट समर्थकों का गहलोत पर हल्ला बोल, राहुल की तारीफ के बाद बदला खेल
logo
Since independence
hindi.sinceindependence.com