राज्यसभा के 10 जून को होने वाले द्विवार्षिक चुनाव (Rajya Sabha Elections 2022) के लिए नामांकन दाखिल करने वाले कुल 41 उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हो गए। ये निर्वाचित प्रत्याशी यूपी, बिहार, झारखंड, उत्तराखंड, एमपी, छत्तीसगढ़, पंजाब एवं तमिलनाडु से राज्यसभा पहुंचे हैं। इन निर्विरोध विजयी हुए उम्मीदवारों में भाजपा, कांग्रेस, आप, रालोद, सपा, झामुमो, द्रमुक, अन्नाद्रमुक एवं वाईएसआर कांग्रेस पार्टियों के अलावा एक निर्दलीय प्रत्याशी भी हैं। गौरतलब है कि शुक्रवार 3 जून नाम वापसी का आखिरी दिन था।
Rajya Sabha के लिए यूपी से भाजपा के आठ सदस्यों सहित 11 सदस्य निर्विरोध राज्यसभा के लिए चुने गए हैं। चुने गए आठ भाजपा सदस्यों में लक्ष्मीकांत वाजपेयी, डॉ. राधा मोहन दास अग्रवाल, सुरेंद्र नागर, डॉ. के. लक्ष्मण, मिथिलेश कुमार, बाबूराम निषाद, संगीता यादव एवं दर्शन सिंह हैं।
कपिल सिब्बल को निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुना गया है। इसी तरह राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के अध्यक्ष जयंत चौधरी को भी निर्वाचित घोषित किया गया है। दोनों को सपा समर्थन से चुना गया है। समाजवादी पार्टी के जावेद अली भी चुने गए हैं। निर्वाचन अधिकारी बृजभूषण दुबे ने निर्वाचित सदस्यों को उनके प्रमाण पत्र दिए।
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की महुआ माजी और भाजपा के आदित्य साहू को शुक्रवार को झारखंड से राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया। माजी और साहू की संसद के तौर पर राज्यसभा में यह पहली पारी होगी। झारखंड विधानसभा के सक्रेटरी और चुनाव के लिए रिटर्निंग अधिकारी सैयद जावेद हैदर ने नतीजों की घोषणा की। माजी पहले झारखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष थीं। वह झामुमो की महिला यूनिट की अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। झामुमो नेता ने पूर्व में रांची विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गई थीं। राज्य की 81 सदस्यीय विधानसभा में झामुमो के 30 विधायक हैं, जबकि कांग्रेस के 17 विधायक तथा मुख्य विपक्षी दल भाजपा के 26 विधायक हैं।
राज्यसभा चुनाव में पंजाब से आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवारों पर्यावरणविद बलबीर सिंह सीचेवाल और उद्यमी एवं सामाजिक कार्यकर्ता विक्रमजीत सिंह साहनी को निर्विरोध चुन लिया गया है। पंजाब विधानसभा के निर्वाचन अधिकारी सह सचिव सुरिंदर पाल ने बताया कि सीचेवाल और साहनी दोनों को निर्विरोध विजेता घोषित किया गया है। आप ने राज्यसभा की दो सीटों के लिए सीचेवाल और साहनी को नामित किया था। पंजाब से राज्यसभा सदस्यों अंबिका सोनी (कांग्रेस) और बलविंदर सिंह भुंडर (शिअद) का कार्यकाल 4 जुलाई को समाप्त होगा।
वरिष्ठ एडवोकेट व कांग्रेस नेता विवेक तन्खा, भाजपा की महिला नेता कविता पाटीदार और सुमित्रा वाल्मीकि को शुक्रवार को एमपी से राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित घोषित किया गया।
तन्खा उच्च सदन में लगातार दूसरी बार निर्वाचित हुए हैं। वाल्मीकि और पाटीदार दोनों ही राज्यसभा में पहली बार जा रहे हैं। मध्य प्रदेश विधानसभा के प्रमुख सचिव एवं राज्यसभा चुनाव के लिए निर्वाचन अधिकारी एपी सिंह ने परिणामों की घोषणा की। उन्होंने बताया कि राज्य की तीन खाली सीटों के लिए किसी अन्य उम्मीदवार ने नामांकन दाखिल नहीं किया था, जबकि शुक्रवार को उम्मीदवारी वापस लेने की आखिरी तारीख थी।
गौरतलब है कि पाटीदार पहले एमपी महिला आयोग के सदस्य के तौर पर काम कर चुकी हैं। वहीं, वाल्मीकि तीन बार जबलपुर नगर निगम में पार्षद व एक बार एल्डरमैन रह चुकी हैं। दूसरी ओर तन्खा वर्तमान में राज्यसभा के सदस्य हैं और उनका मौजूदा कार्यकाल अगले माह समाप्त हो रहा है। मध्यप्रदेश की कुल 11 राज्यसभा सीटों में से मौजूदा समय में भाजपा के पास आठ जबकि कांग्रेस के पास तीन सीटें हैं।
आंध्र प्रदेश से राज्यसभा के लिए हुए द्विवार्षिक चुनाव में शुक्रवार को वाईएसआर कांग्रेस (वाईएसआरसी) के चार प्रत्याशियों को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया गया। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी मुकेश कुमार मीणा ने यह घोषणा की। निर्वाचित उम्मीदवारों में वी. विजयसाई रेड्डी, बी. मस्तान राव, आर. कृष्णैया और एस. निरंजन रेड्डी शामिल हैं। राज्यसभा में अब वाईएसआर कांग्रेस के सदस्यों की संख्या बढ़कर नौ हो गई है। आंध्र प्रदेश से राज्यसभा की 11 सीटें हैं। उनमें से एक सीट भाजपा और एक सीट तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के पास है।
तमिलनाडु से नामांकन दाखिल करने वाले सभी छह केंडिडेट्स को अधिकारियों ने शुक्रवार को निर्विरोध निर्वाचित घोषित कर दिया। इनमें सत्ताधारी द्रमुक के तीन केंडिडेट्स भी हैं। निर्विरोध निर्वाचित होने वालों में सत्ताधारी द्रमुक के एस कल्याणसुंदरम, आर गिरिराजन और केआरएन राजेश कुमार, अन्नाद्रमुक के सीवी शनमुगम और आर धर्मर एवं कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार पी. चिदंबरम शामिल हैं।
चिदंबरम के चयन के साथ कांग्रेस पार्टी के पास लंबे अंतराल के बाद राज्यसभा में तमिलनाडु से एक सदस्य होगा। 2016 में चिदंबरम महाराष्ट्र से राज्यसभा के लिए चुने गए और उनका कार्यकाल इस साल 4 जुलाई को समाप्त हो रहा है।
छत्तीसगढ़ में सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी के राज्यसभा केंडिडेट राजीव शुक्ला और रंजीत रंजन शुक्रवार को राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुन लिए गए। विधानसभा सचिव दिनेश शर्मा ने यह जानकारी दी। शर्मा ने बताया, कांग्रेस उम्मीदवार रंजीत रंजन ने खुद आकर और राजीव शुक्ला की ओर से उनके भाई ने उनका निर्वाचन प्रमाण-पत्र हासिल किया।
छत्तीसगढ़ के पांच राज्यसभा सदस्यों में से दो छाया वर्मा (कांग्रेस) और रामविचार नेताम (भाजपा) का कार्यकाल इस महीने खत्म हो रहा है। राज्य के तीन अन्य राज्यसभा सदस्य कांग्रेस से केटीएस तुलसी और फूलो देवी नेताम जबकि भाजपा से सरोज पांडेय हैं।
बता दें कि यूपी से ताल्लुक रखने वाले और पत्रकारिता से राजनीति में आए 63 वर्षीय शुक्ला इससे पहले तीन बार राज्यसभा सदस्य रह चुके हैं। वहीं रंजीत रंजन बिहार से पूर्व लोकसभा सांसद हैं।
रंजन के निर्विरोध चुने जाने के बाद अब छत्तीसगढ़ राज्य से तीन महिला राज्यसभा सदस्य हो गई हैं। छत्तीसगढ के 90 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के 71 विधायक हैं जबकि भाजपा के 14, जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) तीन और बसपा के दो विधायक हैं। राज्य के मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने राज्य विधानसभा में अपनी कम ताकत को देखते हुए अपना उम्मीदवार नहीं उतारा था।
बिहार से राज्यसभा की पांचों सीटों के लिए जदयू, भाजपा और राजद के प्रत्याशी शुकवार को निर्विरोध निर्वाचित हो गए। जदयू प्रत्याशी खीरू महतो, भाजपा उम्मीदवार सतीश चंद्र दूबे एवं शंभू शरण पटेल को चुना गया।
जबकि राजद प्रत्याशी मीसा भारती और डॉ. फैयाज अहमद को जीत का प्रमाणपत्र अपराह्न करीब चार बजे दिया गया। विधानसभा सचिव शैलेंद्र सिंह ने यह जानकारी दी।
भाजपा नेता डॉ. कल्पना सैनी राज्यसभा के लिए निर्विरोध निर्वाचित हो गई हैं। शुक्रवार को विधानसभा भवन में रिटर्निंग अफसर और विधानसभा के सचिव मुकेश सिंघल ने उन्हें निर्वाचन सर्टिफिकेट सौंपा।
अब लोकसभा के साथ ही राज्यसभा की तीनों सीटें भी भाजपा के झोली में आ गई हैं। मीडिया से बातचीत में डॉ. सैनी ने कहा कि वह पार्टी नेतृत्व की कसौटी पर खरा उतरने का प्रयास करेंगी। खुद को उत्तराखंड की बेटी बताते हुए उन्होंने कहा कि वह प्रदेश की समस्याओं को राज्यसभा में उठाएंगी।