गहलोत के सारथी बने ‘पायलट’: क्या कांग्रेस की यह नई सुबह उपचुनाव में दिखायेगी अपना जलवा?

गहलोत के सारथी बने ‘पायलट’: क्या कांग्रेस की यह नई सुबह उपचुनाव में दिखायेगी अपना जलवा?

कांग्रेस में दिख रही यह जुगलबंदी विपक्षी को चुभ रही 
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डेस्क न्यूज. राजस्थान कांग्रेस के लिए कल बड़ा दिन था। कल सुबह उपचुनाव के लिए सीएम अशोक गहलोत और उनके प्रतिद्वंद्वी माने जाने वाले पीसीसी के पूर्व चीफ सचिन पायलट ने मिलकर एक ही हेलीकॉप्टर से जयपुर से मेवाड़ के लिए राजनीतिक उड़ान भरी.

उपचुनाव के पहले पड़ाव में पायलट गहलोत के सारथी बने

उसके बाद हेलीपैड से वल्लभनगर में सभा स्थल तक के दौरे का पहला पड़ाव पायलट भी गहलोत के सारथी बने.

एकजुटता की इस कार के स्टीयरिंग पायलट ने संभाली।

उनके बगल में गहलोत बैठे।

पार्टी के राजस्थान प्रभारी अजय माकन और पीसीसी प्रमुख गोविंद सिंह डोटासरा पिछली सीट पर बैठे थे।

पहले कांग्रेस में दिख रही यह जुगलबंदी विपक्षी को चुभ रही 

राजस्थान की दो सीटों पर 30 अक्टूबर को होने वाले उपचुनाव से पहले कांग्रेस

में दिख रही यह जुगलबंदी भले ही विपक्षी बीजेपी को थोड़ी चुभ रही हो,

लेकिन कांग्रेस के कई नेता उपचुनाव में जीत के सपने देखने लगे हैं.

इसे एक अच्छा संकेत माने। सीएम अशोक गहलोत करीब छह

महीने बाद पहली बार राजधानी जयपुर से रवाना हुए हैं। पहले कोरोना

और बाद में एंजियोप्लास्टी के बाद स्वास्थ्य कारणों से दौरे से बच रहे थे सीएम गहलोत

हाल ही में गहलोत बनाम पायलट विवाद जोर-शोर से उठने लगा था

इस बीच बीते दिनों पंजाब में कांग्रेस के बिगड़ते राजनीतिक हालात के बाद

करीब डेढ़ साल से चला आ रहा गहलोत बनाम पायलट विवाद राजस्थान में

एक बार फिर जोर-शोर से उठने लगा, पंजाब में हुए बदलावों से पायलट

कैंप थोड़ा उत्साहित नजर आया। पंजाब को देखकर उन्हें भी उम्मीद की किरण

नजर आने लगी थी।

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