News: बागीदौरा (बांसवाड़ा) से कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री महेंद्रजीत सिंह मालवीय ने BJP जॉइन कर ली है। पार्टी जॉइन करते ही उन्होंने विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है।
जयपुर के BJP कार्यालय में भाजपा नेताओं की मौजूदगी में उन्होंने सदस्यता ली। प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ने उन्हें भाजपा जॉइन कराई।
भाजपा जॉइन कराने के बाद मालवीय ने मांग की कि मानगढ़ धाम को राष्ट्रीय स्मारक घोषित किया जाए।
दरअसल, पिछले तीन दिनों से मालवीय दिल्ली में डटे थे और लगातार बीजेपी के नेताओं के संपर्क में थे।
रविवार को उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा उन्हें शाह से मिलाने लेकर गए थे।
भाजपा जॉइन करने के बाद उन्होंने कहा कि 1977 में गांव से पैदल चल कर आया। एक दिन में 50 किलोमीटर तक का सफर किया।
विश्व हिंदू परिषद जॉइन किया। ABVP के बैनर पर प्रेसिडेंट बना, एबीवीपी के बैनर से वाइस प्रेसिडेंट बना। मुझे अब BJP में आने का मौका मिला।
मालवीय ने कहा कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में जाने से जब कांग्रेस पार्टी ने मना कर दिया, तब मुझे सबसे ज्यादा ठेस लगी।
अगर मुझे अपने क्षेत्र का विकास करना है तो भाजपा के अलावा आदिवासी अंचल में काम करने वाला कोई नहीं है। पीएम मोदी की नीतियों ने मुझे प्रभावित किया है।
मालवीय कांग्रेस के टिकट पर विधायक बने थे। वे भाजपा में शामिल हो गए हैं, इसलिए दल-बदल विरोधी कानून के तहत विधानसभा से उनकी सदस्यता जानी तय थी।
मालवीय के इस्तीफे के बाद बांसवाड़ा जिले की बागीदौरा विधानसभा सीट पर उपचुनाव होना तय है। माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव के साथ इस सीट पर उपचुनाव हो सकते हैं।
मालवीय के भाजपा जॉइन करने से प्रदेश की राजनीति में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। पार्टी के बड़े नेता और सीडब्ल्यूसी मेंबर महेंद्रजीत सिंह मालवीय दक्षिणी राजस्थान में बड़ा आदिवासी चेहरा माने जाते हैं। उनके जाने से आने वाले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की मुश्किलें ओर बढ़ेंगी।
सूत्रों की मानें तो बीजेपी ने लोकसभा चुनाव से पहले राजस्थान में ऑपरेशन लोटस की शुरुआत कर दी है। इसी के तहत आदिवासी क्षेत्र के बड़े कांग्रेस नेता मालवीय की एंट्री करवाई गई है।
ये अटकलें भी लगाई जा रही हैं कि लोकसभा चुनाव से पहले मारवाड़, शेखावाटी और पूर्वी राजस्थान से जुड़े कांग्रेस के कुछ बड़े नेता भी भाजपा में एंट्री कर सकते हैं।
मालवीय के पास लंबा सियासी तजुर्बा है। वे सरपंच से लेकर, प्रधान, विधायक और सांसद का चुनाव लड़ चुके हैं।
दक्षिणी राजस्थान, खास तौर पर बांसवाड़ा-डूंगरपुर में उनका मजबूत जनाधार है। भाजपा उन्हें डूंगरपुर-बांसवाड़ा से लोकसभा का उम्मीदवार बना सकती है। यहां से कनकमल कटारा सांसद हैं।