"नहीं मानी बात तो कांग्रेस की रैली का निकाल देंगे रैला, राहुल गांधी को नहीं घुसने देंगे"- बेरोजगार युवा

24 दिसंबर 2018 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 31 हजार पदों के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा की घोषणा की थी।
शहीद स्मारक पर मौजूद बेरोजगार
शहीद स्मारक पर मौजूद बेरोजगार
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डेस्क न्यूज. राजस्थान में बेरोजगार युवा लगातार सरकार को अपनी बात सुनाने का प्रयास कर रहे हैं। रीट परीक्षा में 31000 पदों को बढ़ा कर 50000 करने की मांग को लेकर जयपुर के शहीद स्मारक पर धरना जारी है। अब राजस्थान के युवा सरकार को अपनी बात सुनाने के लिए 12 तारीख को कांग्रेस की रैली में विरोध की तैयारी कर रहे हैं।

शहीद स्मारक पर मौजूद बेरोजगार
शहीद स्मारक पर मौजूद बेरोजगार

क्या है पूरा मामला

24 दिसंबर 2018 को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 31 हजार पदों के लिए शिक्षक पात्रता परीक्षा की घोषणा की थी, लेकिन उसके बाद कोरोना के चलते परीक्षा की तारीख तीन बार टालनी पड़ी, लेकिन जब दूसरी लहर का प्रकोप थोड़ा कम हुआ तो सरकार ने 26 सितंबर को इस बड़ी परीक्षा का आयोजन कराया। उस समय जब मुख्यमंत्री ने रीट के 31000 पद की घोषना की थी, उस समय इतने पद काफी थे लेकिन इस दौरान बड़ी सख्या में शिक्षक सेवानिवृत्त हुए हैं। स्कूल में शिक्षकों के ऊपर बोझ बढ़ा है।

सरकार बोलती है बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, लेकिन बेटीयां तो सडकों पर बैठी हैं

भरतपुर निवासी मंजू का कहना है कि सरकार कहती है बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ, लेकिन बेटीयां तो आज पढ़ लिख कर सडकों पर बैठी हैं और सरकार उनकी बात सुनने को तैयार नहीं है। हमारे पढ़ने लिखने का क्या फायदा जब सरकार हमें रोजगार ही नहीं दे पा रही। सरकार को हम लोगों की पीड़ा को समझना होगा ओर जल्द हमारी समस्या का समाधान निकाल कर हम लोगों के साथ न्याय करना चाहिए।

सरकार नहीं मानती हैं मांग तो 12 तारीख को सरकार की रैली का रैला निकाल देगें- बेरोजगार युवा

शहीद स्मारक पर धरना दे रहे एक बेरोजगार युवा का कहना है कि हमारी मांग वाजिब है। हाल ही में आयोजित हुई परीक्षा में हमारा चयन हो जाए हम कुछ नहीं कह सकते क्योकि पेपर को आउत किया गया था इस बात को सरकार भी अच्छे तरीके से जानती है। लेकिन इन सभी चीजों के वाबजूद सरकार ने पेपर को रद्द नहीं किया। भजन लाल और बत्ती लाल के ऊपर कोई कार्यवाही नहीं हुई। सरकार बात को नहीं मान रही है इसके बदले सरकार तो रैली में लग रही है। अगर सरकार हमारी मांग नहीं सुनती है तो सरकार की रैली का रैला निकाल देंगे।

सरकारी स्कूलों में शिक्षक नहीं हैं

  • प्राचार्य के 685 पद रिक्त हैं।

  • प्रधानाध्यापक एवं समकक्ष के 967 पद रिक्त हैं।

  • व्याख्याता के 10 हजार 965 पद रिक्त हैं।

  • शारीरिक शिक्षक ग्रेड के 229 पद रिक्त हैं।

  • कोच और समकक्ष के 13 पद रिक्त हैं।

  • द्वितीय श्रेणी शिक्षकों के 21 हजार 755 पद रिक्त हैं।

  • शारीरिक शिक्षक द्वितीय श्रेणी के 654 पद रिक्त हैं।

  • तृतीय श्रेणी शिक्षक स्तर-1 के 17 हजार 966 पद रिक्त हैं।

  • तृतीय श्रेणी शिक्षक स्तर-2 के 13 हजार 527 पद रिक्त हैं।

  • फिजिकल टीचर थर्ड ग्रेड के 4232 पद खाली हैं।

    (एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आंकड़े)

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